पहलगाम के नायक शहीद आदिल की शहादत पर देश को गर्व

श्रीनगर/ लखनऊ/ हैदराबाद, 4 जुलाई, 2025. प्रसिद्ध समाजवादी चिंतक व बौद्धिक सभा के अध्यक्ष दीपक मिश्र ने अपने कश्मीर प्रवास के दौरान पहलगाम हमले के वक्त आतंकियों से मोर्चा लेते हुए शहीद होने वाले आदिल शाह की माता बेबी जान और पिता सैयद हैदर शाह से हापतनाड़ जाकर मुलाकात की और शहीद के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए दीपक मिश्र ने कहा कि आदिल की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी. आदिल ने ” यथा नाम तथा कर्म” की कहावत को चरितार्थ किया है और सच्चे देशभक्त भारतीय होने की भूमिका निभाई। आदिल की शहादत से आतंकवाद और सांप्रदायिकता विरोधी अभियान को गुणात्मक बल मिला है. उन्होंने कहा कि आदिल का जीवन– त्याग अशफाक उल्ला खान, वीर अब्दुल हमीद की महान परंपरा की अनमोल कड़ी है जिससे वर्तमान एवं आने वाली पीढ़ियां देशभक्ति की प्रेरणा लेती रहेंगी. समाजवादी विचारक दीपक मिश्र के मुताबिक, कश्मीर की जनता ने न केवल आतंकवाद को नकार दिया है अपितु पूरी तरह से निर्णायक प्रतिकार करने का मन बना चुकी है जिसका जीवंत उदाहरण आदिल शाह का संघर्ष और बलिदान है. देश में हिंदू मुसलमान करने वाली कुत्सित संकीर्ण सांप्रदायिक सोच के लोगों को आदिल की शहादत से सबक लेनी चाहिए. सांप्रदायिकता और आतंकवाद, दोनों देश के लिए समान रूप से घातक है. आतंकवाद यदि भारत की बाह्य शत्रु है तो सांप्रदायिकता उसे खाद — पानी देने वाली आंतरिक वैरी है, दोनों से एक साथ लड़ने की आवश्यकता है. समाजवादी नेता ने बताया कि शहीद के माता-पिता को अपने पुत्र की शहादत पर गर्व है. मुलाकात के दौरान दीपक मिश्र भारतीय जनमानस की ओर से शाल ओढ़ाकर हैदर शाह और बेबी जान को सम्मानित किया. इस मौके पर शहीद के पिता शाह ने दीपक मिश्र से कहा कि जब कोई इतनी दूर से आभार प्रकट करने आता है तो मन गर्व से गदगद हो जाता है, देश में घूम कर लोगों से कहिए कि वे कश्मीर आएं और यहां के पर्यटन को बढ़ावा दें ताकि आल जैसे युवाओं को रोजगार मिले और उनके परिवार का भरण पोषण हो . पहलगाम से वापस श्रीनगर जाकर दीपक ने कश्मीर के नेता प्रतिपक्ष, सांसद एवं विधायक रहे विशिष्ट विद्वान, राजनीतिज्ञ अब्दुल रशीद कादरी से भी मुलाकात कर विभिन्न विषयों पर व्यापक चर्चा भी की.