12 राज्यों में होगा एसआईआर

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार के बाद अब देश के 12 राज्यों में एसआईआर करने की घोषणा की है.

नई दिल्ली/ हैदराबाद, 27 अक्टूबर, 2025. चुनाव आयोग ने बिहार के बाद अब देश के 12 राज्यों में भी एसआईआर करने का ऐलान कर दिया है. सोमवार को चुनाव आयोग ने कहा कि बिहार में एसआईआर का पहला चरण सफलता के साथ पूरा हो चुका है. अब इसका दूसरा चरण 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चलेगा. मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा, ‘ एसआईआर का फेज वन खत्म हो गया. बिहार के साढ़े सात करोड़ वोटरों ने इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. जहां 90 हजार बीएलओ और राजनीतिक दलों ने मिलकर मतदाता सूची को शुद्ध बनाने का काम किया वहीं बिहार की मतदाता सूची बिल्कुल साफ हो गई है.

क्यों जरूरी है एसआईआर, मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया
चुनाव आयोग ने कहा कि मतदाता सूची की शुद्धिकरण का काम 21 साल पहले 2002–04 में हुआ था. उन्होंने कहा कि इतने सालों में वोटर लिस्ट में कई बदलाव जरूरी हो जाते हैं. लोगों का पलायन होता है. इससे एक से ज्यादा जगह वोटर लिस्ट में नाम रहता है. निधन के बाद भी कई लोगों का नाम सूची में रह जाता है. यही कारण है कि वोटर लिस्ट का शुद्धिकरण जरूरी होता है. बिहार में इसी के मद्देनजर पहला चरण पूरा किया गया. फाइनल मतदाता सूची प्रकाशित करने के बाद अगर किसी को कोई शिकायत रहती है तो वह पहले डीएम को अपील कर सकता है और उसके बाद सीईओ को भी कर सकता है. मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि जिन राज्यों में एसआईआर होगा, वहां आज देर रात मतदाता सूची को फ्रीज कर दिया जाएगा .

इन लोगों को नहीं देना होगा कोई कागज

उन्होंने कहा कि आज तक जितने लोगों का नाम मतदाता सूची में है, उन्हें कोई कागज नहीं देना होगा. इसका अर्थ है कि पुराने एसआईआर और भी मतदाता सूची में जिनका नाम है, उन्हें कोई कागज नहीं देना होगा. उन्होंने बताया कि बीएलओ यानी बूथ लेवल ऑफिसर तीन बार मतदाताओं के घर जाएंगे. ऑनलाइन भी फॉर्म भरने की सुविधा रहेगी. साथ ही कहा कि मृत लोग, अस्थाई तौर पर दूसरे जगह शिफ्ट हो चुके और दो जगह पर रजिस्टर्ड मतदाताओं की पहचान भी बीएलओ करेगा. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी पात्र नागरिक छूट न जाए और कोई भी अपात्र व्यक्ति शामिल न हो.

चुनाव कर्मियों ने बढ़िया काम किया: मुख्य चुनाव आयुक्त
उन्होंने कहा कि बिहार में एसआईआर सफल रहा है. बिहार में एक भी अपील नहीं आई है. इसका मतलब है कि चुनाव कर्मियों ने बढ़िया काम किया है.