तेलंगाना की वो जादुई धारा जहां बहता है नीला पानी… रहस्यों से भरा है 70 फीट की ऊंचाई से गिरने वाला एथिपोथला
हैदराबाद से समाचार संपादक देहाती विश्वनाथ की यह विशेष रिपोर्ट
नवंबर– दिसंबर का मौसम हैदराबाद के पास की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के लिए सबसे अच्छा समय है. तेलंगाना का एथिपोथला फॉल्स, तीन नदियों के संगम से बना यह झरना, 70 फीट ऊंचाई से गिरते पानी और नीला — हरा रंग लेकर पर्यटकों को मंत्र मुग्ध कर देता है. मानसून के बाद इसकी पूरी भव्यता देखने को मिलती है. झरने के पास स्थित कोइंडा रामालयम मंदिर और पिकनिक स्पॉट परिवार और फोटोग्राफी प्रेमियों के लिए आदर्श स्थल बनाते हैं

हैदराबाद, 4 नवंबर, 2025. नवंबर– दिसंबर का मौसम अपने साथ सर्दियों की हल्की ठंडक और खुशनुमा माहौल लेकर आता है, यही वह समय है जब प्रकृति की सैर का आनंद दोगुना हो जाता है. अगर आप इस सीजन में किसी अद्भुत और शांत जगह की तलाश में हैं तो तेलंगाना का एथिपोथला फॉल्स आपके लिए बिल्कुल सही विकल्प है. एथिपोथला का अर्थ तेलुगु भाषा में तीर्थ जल के उद्गम स्थल या जल का स्रोत माना जाता है. स्थानीय निवासी राजू वेंकट ने बताया कि इस झरने के बारे में बहुत सारी कहानियां प्रचलित है. कुछ लोगों का मानना है कि यह नाम एक बौद्ध साधु के नाम पर पड़ा, जो यहां आकर ध्यान किया करते थे. वहीं कुछ का कहना है कि यह नाम पानी के नीले रंग से जुड़ा है, जो इसे एक रहस्यमयी आभा प्रदान करता है. एथिपोथला फॉल्स को देखना एक सपने जैसा अनुभव है. यह झरना तीन धाराओं — चंद्रवंका, नियमवंका और नकलावंका नदियों के संगम से बनता है. यहां से गिरता पानी लगभग 70 फीट की ऊंचाई से नीचे शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है. मानसून और उसके बाद के महीनों में जब झरना पूरी तरह से बह रहा होता है, तो पानी का गिरने का शोर और ठंडी हवा के झोंके मां को सुकून देते हैं. इस झरने की सबसे खास बात इसके पानी का नीला- हरा रंग है. यह रंग आसपास की चट्टानों में मौजूद खनिजों और वनस्पतियों के कारण बनता है, जो पानी को एक जादुई नीली छटा प्रदान करता है. जब सूरज की रोशनी इस पानी पर पड़ती है, तो यह नजारा और भी मनमोहक लगता है.
एथिपोथला फॉल्स में करने योग्य चीजें
यह जगह फोटोग्राफी प्रेमियों के लिए स्वर्ग है, झरने की तस्वीरें लेना और अपने परिवार एवं दोस्तों के साथ पिकनिक का आनंद लेना यहां की सबसे लोकप्रिय आकर्षण है. झरने के ठीक सामने एक छोटा सा लेकिन खूबसूरत मंदिर है जिसका नाम है कोइंडा रामालयम. इस मंदिर में भगवान राम, सीता और लक्ष्मण की मूर्तियां स्थापित हैं, झरने की आवाज के बीच मंदिर में की गई प्रार्थना एक अलग ही शांति देती है.
एथिपोथला फॉल्स कहां है ?
यह फॉल्स तेलंगाना राज्य के नलगोंडा जिले में स्थित है, यह झरना प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल नागार्जुनसागर बांध से लगभग 11 किमी की दूरी पर है और हैदराबाद से लगभग 150 किमी दूर है. यह स्थान न केवल प्राकृतिक सुंदरता के लिए बल्कि इसके आसपास बने शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है. एथिपोथला फॉल्स को देखने का सबसे अच्छा समय जुलाई से जनवरी तक है. मानसून के बाद झरना अपने पूरे यौवन पर होता है और सर्दियों का मौसम सैर के लिए खास होता है क्योंकि गर्मियों में पानी का प्रवाह कम हो सकता है.