प्रियंका गांधी का नाम ईडी की चार्जशीट में, जमीन घोटाले में आया नाम !

प्रियंका गांधी का नाम आरोपी के तौर परनहीं है,लेकिन एक आरोपी से जुडी जमीन की डील के संदर्भ में डाला गया है. हैदराबाद से तेलंगाना ब्यूरो चीफ देहाती विश्वनाथ कि यह खास रिपोर्ट.

नई दिल्ली/हैदराबाद,28 दिसंबर,2023.प्रवर्तन निदेशालय( ईडी ) ने एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रियंका गांधी का नाम डाल दिया है. हालांकि, इस मामले में प्रियंका गांधी का नाम आरोपी के तौर पर नहीं है. दरअसल, एक आरोपी से जुडी जमीन की दिल के संदर्भ में डाला गया है. इसी वर्ष 22 नवंबर को ईडी ने हथियारों के डीलर और लंदन में रह रहे भगोड़े संजय भंडारी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था . संजय भंडारी प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के करीबी बताए जाते हैं. जांच एजेंसी 2018 से ही वाड्रा और भंडारी के कथित संबंधों की जांच कर रही है. दरअसल, आरोप है कि यूपीए शासन के दौरान भंडारी को कमीशन मिला और इस पैसे का इस्तेमाल उन्होंने लंदन में संपत्ति खरीदने के लिए किया . कथित तौर पर इसका फायदा रॉबर्ट वाड्रा को हुआ. हालांकि, रॉबर्ट वाड्रा लगातार इन आरोपों से इनकार करते रहे हैं. ईडी ने संजय भंडारी के खिलाफ अपनी जांच तब शुरू की, जब आयकर विभाग ने उनके खिलाफ काला धन( अघोषित विदेशी आय – संपत्ति ) और कर अधिनियम 2015 के तहत शिकायत दर्ज की . नवंबर में दायर हुए आरोप पत्र के मुताबिक 2005 से 2008 के बीच संजय भंडारी के एक कथित करीबी सीसी थम्पी ने 486 एकड़ जमीन खरीदी हरियाणा में फरीदाबाद के अमीरपुर में. दिल्ली — एनसीआर के एक रियल एस्टेट एजेंट एचएल पाहवा के जरिए. उधर, रॉबर्ट वाड्रा ने भी 2005 – 2014 तक एचएल पाहवा से अमीरपुर में करीब 40 एकड़ जमीन खरीदी थी और उस जमीन को दिसंबर 2010 में एचएल पाहवा को ही बेच दी. ऐसा ही प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी किया . अप्रैल 2006 में एचएल पाहवा के जरिए इसी इलाके में 5 एकड़ कृषि जमीन खरीदी और फरवरी 2010 में वही जमीन एचएल पाहवा को बेच दी. पाहवा को कथित तौर पर भूमि अधिग्रहण के लिए नकदी मिल रही थी. ऊपरी कमाई . ईडी ने आरोप लगाया है कि राबर्ट वाड्रा ने बिक्री का पूरा पैसा पाहवा को नहीं दिया. इसकी जांच अभी जारी है.