कई राज्यों में हिटवेव का कहर

तेलंगाना, ओड़िशा, रॉयल सीमा और छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में हिटवेव का कहर

देश के बड़े हिस्से में हीटवेव का असर देखा जा रहा है. कई राज्यों में तापमान सामान्य से 7 डिग्री ज्यादा दर्ज किया जा रहा है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश, ओड़िशा, तेलंगाना, रॉयल सीमा, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में हीट वेव की स्थिति

नागपुर/ रायपुर/ लखनऊ/ दिल्ली/ भुवनेश्वर / हैदराबाद, 16 मार्च, 2025. मार्च का महीना ही देश के कई राज्यों में तपने लगा है. देश के पूर्व और पश्चिमी हिस्सों में तापमान 40 डिग्री के पार जा रहा है. मौसम विभाग ने हीटवेव की चेतावनी जारी कर दी है . बीते साल की तुलना करें तो इस तरह की हीटवेव की शुरुआत अप्रैल की शुरुआत में हुई थी. लेकिन इस बार मार्च की शुरुआत से ही गर्मी का एहसास होने लगा और मार्च खत्म होते-होते हीटवेव की स्थिति बन रही है. विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, ओड़िशा, सौराष्ट्र, कच्छ, तेलंगाना और रायल सीमा में ही हीटवेव की शुरुआत हो गई है. वहीं, ओड़िशा के झारसुगुड़ा में तापमान 41 डिग्री तक पहुंच गया. शनिवार को ओड़िशा के बौद्ध में सबसे ज्यादा तापमान 42.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बीते साल 5 अप्रैल को इतना तापमान दर्ज किया गया था. उन्होंने कहा, इस बार गंभीर हीटवेव की शुरुआत जल्दी हो गई है. कभी-कभी ऐसा होता है कि मार्च में इस तरह की स्थिति बन जाती है. वरना आमतौर पर अप्रैल में ही इतना तापमान दर्ज किया जाता है. शुक्रवार को दिल्ली के सफदरजंग में अधिकतम तापमान 36. 2 डिग्री दर्ज क्या गया जो सामान्य तापमान से 7. 5 डिग्री ज्यादा था .

उत्तर प्रदेश में भी गर्म
उत्तर भारत में भी तापमान सामान्य से लगभग 5 डिग्री ऊपर बना हुआ है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, झारखंड, ओड़िशा और आंध्र प्रदेश में तापमान सामान्य से 5 डिग्री तक ज्यादा दर्ज हुआ है.
जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मध्य महाराष्ट्र में भी लोग उमस भरी गर्मी से बेहाल होने लगे हैं .

क्या है हीटवेव की वजह
दिल्ली में बारिश के बाद बढ़ते तापमान से राहत मिली है. शनिवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री दर्ज क्या गया जो कि 4.1 डिग्री से ज्यादा था. मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि मध्य भारत के ऊपर उच्च दबाव का क्षेत्र बना हुआ है . इसकी वजह से हवा गर्म हो रही है. इसके अलावा आसमान साफ होने की वजह से सूर्य का रेडिएशन बहुत ज्यादा है. वहीं, आंध्र प्रदेश और ओड़िशा में इसकी वजह से हीटवेव का असर देखा जा रहा है. मौसम विभाग का कहना है कि ओड़िशा में 18 मार्च और सौराष्ट्र में 17 मार्च तक हीटवेव की स्थिति बनी रहने का अनुमान है. झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, विदर्भ, उत्तरी तेलंगाना में भी 16 मार्च से हीटवेव का अनुमान है. बता दें कि, इस साल जनवरी और फरवरी में भी तापमान 1901 के बाद पहली बार इतना ज्यादा दर्ज हुआ. विदर्भ और मध्य महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री के बीच पहुंच गया है. कच्छ, सौराष्ट्र और तेलंगाना में 38 से 40 डिग्री तक अधिकतम तापमान बना हुआ है.