योगी सबसे बड़े… मुर्शिदाबाद हिंसा पर यूपी सीएम के बयान पर भड़की ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है. ममता बनर्जी ने योगी आदित्यनाथ पर पलटवार करते हुए उन्हें’ सबसे बड़ा भोगी’ बताया. कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में आयोजित मौलाना के सम्मेलन में ममता बनर्जी ने उत्तर प्रदेश में पुलिस एनकाउंटर पर भी सवाल उठाया.

कोलकाता/ हैदराबाद, 17 अप्रैल, 2025. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है. ममता बनर्जी ने योगी आदित्यनाथ पर पलटवार करते हुए उन्हें’ सबसे बड़ा भोगी’ बताया. कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में आयोजित मौलाना के सम्मेलन में ममता बनर्जी ने उत्तर प्रदेश में किए जा रहे पुलिस और काउंटर पर भी सवाल उठाए . मुर्शिदाबाद हिंसा के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ममता बनर्जी पर हमले किए थे . उन्होंने ममता बनर्जी को दंगाइयों को शांति के दूत कहने के लिए आलोचना की थी . अपने भाषण में योगी आदित्यनाथ ने लातों के भूत, बातों से नहीं मानते वाला विवादित बयान भी दिया .

मुर्शिदाबाद दंगे के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार :– ममता
बुधवार को ममता बनर्जी ने बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को मुर्शिदाबाद दंगे के लिए जिम्मेदार ठहराया . अगर टीएमसी वक्फ हिंसा में शामिल होती तो हमारे नेताओं के घरों पर हमला नहीं होता. योगी आदित्यनाथ को जवाब देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जोगी बड़ी-बड़ी बात कर रहे हैं. वे सबसे बड़े भोगी हैं. महाकुंभ में कई लोगों की जान चली गई. उत्तर प्रदेश में लोग एनकाउंटर में मारे जाते हैं. वे लोगों को रैलियां नहीं निकलने देते, बंगाल में लोगों को बहुत आजादी है. यहां वाम दलों, कांग्रेस सेमत सभी पार्टियां रैली निकाल सकती हैं. बीजेपी वाले भी रैली करते हैं.

यूपी सीएम योगी ने ऐसा क्या कहा ?

योगी आदित्यनाथ ने एक दिन पहले कहा था कि बंगाल जल रहा है और ममता बनर्जी दंगाइयों को ‘ शांति के
दूत ‘ बता रही हैं. ऐसी अराजकता को नियंत्रित किया जाना चाहिए. योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा था कि लातों के भूत, बातों से कैसे मानेंगे. योगी ने आरोप लगाया था कि धर्मनिरपेक्षता के नाम पर ममता बनर्जी ने दंगाइयों को हिंसा फैलाने की अनुमति दी है . पूरा मुर्शिदाबाद पिछले आठ दिनों से जल रहा है और सरकार चुप है. इस अराजकता पर पूर्ण विराम लगना चाहिए.

क्या है मामला ?
मुर्शिदाबाद में हाल ही में लागू हुए वक्फ अधिनियम को लेकर सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी . इस हिंसा के सिलसिले में अब तक 210 लोगों को गिरफ्तार किया गया है .झड़पें तब हुई जब पुलिस ने आईएसएफ समर्थकों को पार्टी नेता और भांगर विधायक नौशाद सिद्दीकी की रैली में भाग लेने वालों को रामलीला मैदान की ओर जाने से रोका गया था.