केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान लड़ेंगे बिहार विधानसभा चुनाव,किस सीट से उतरेंगे मैदान में ?

चिराग पासवान पिछले कुछ महीनो में कई न्यूज़ चैनलों और अखबारों के साथ इंटरव्यू में इस बात को साफ कर चुके हैं कि बिहार उनकी प्राथमिकता है.


पटना/ हैदराबाद, 1 जून, 2025. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ने जा रहे हैं. इस संबंध में रविवार को लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास) की बैठक हुई थी. बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया था कि चिराग पासवान को विधानसभा चुनाव लडाया जाना चाहिए. कार्यकारिणी ने इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया. बिहार में 6 महीने के भीतर विधानसभा के चुनाव होने हैं. चिराग पासवान पिछले कुछ महीनो में कई न्यूज़ चैनलों और अखबारों के साथ इंटरव्यू में इस बात को साफ कर चुके हैं कि बिहार उनकी प्राथमिकता है. उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान ‘ बिहार फर्स्ट — बिहारी फर्स्ट’ का नारा दिया था. तब से वह लगातार इस नारे को दोहराते हैं. चिराग पासवान कहते हैं कि वह बिहार के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं. चिराग के बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का राज्य की राजनीति पर क्या वाकई कोई बड़ा असर होगा? बिहार की राजनीति से आ रही खबरों के मुताबिक, चिराग पासवान पटना, दानापुर या हाजीपुर में से किसी एक सीट पर उतर सकते हैं. बिहार के विधानसभा चुनाव में महा गठबंधन और एनडीए के दलों में आमने-सामने का मुकाबला है. महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस,भाकपा, माकपा और भाकपा ( माले ) शामिल हैं . जबकि एनडीए गठबंधन में बीजेपी, जेडीयू, लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल है.

पिछले चुनाव में नीतीश का किया था विरोध

चिराग पासवान के विधानसभा चुनाव लड़ने से बिहार की राजनीति के समीकरण बदल सकते हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था लेकिन इस बार वह एनडीए के साथ मिलकर ही चुनाव लड़ना चाहते हैं. चिराग पासवान दलित समुदाय से आते हैं.

बिहार में किस जाति की कितनी आबादी ?

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जातीय जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक, बिहार में सबसे ज्यादा आबादी अति पिछड़े वर्ग की है. राज्य में अति पिछड़ा वर्ग 36.01%, पिछड़ा वर्ग 27. 12%, अनुसूचित जाति 19.65 परसेंट, अनुसूचित जनजाति की आबादी 1. 68% है. जनगणना के मुताबिक, सवर्णों की आबादी 15.52% है. बिहार में अक्टूबर नवंबर में विधानसभा के चुनाव होंगे लेकिन एनडीए और महागठबंधन अभी से चुनावी मोड में आ गए हैं. कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार आए थे और उन्होंने राजद और कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि बिहार के लोगों को जंगल राज से सावधान रहने की जरूरत है . दूसरी ओर महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव और राहुल गांधी ने कमान संभाली हुई है. राहुल गांधी भी हाल ही में दरभंगा आए थे.

तेजस्वी के सामने एनडीए के युवा चेहरा

महागठबंधन के पास तेजस्वी यादव जैसा युवा चेहरा है,चूंकि नीतीश कुमार की उम्र हो चुकी है और ऐसे में तेजस्वी यादव का मुकाबला करने के लिए एनडीए को युवा चेहरे की तलाश थी . शायद इसी वजह से चिराग पासवान को विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए तैयार किया गया है. याद दिलाना होगा कि रामविलास पासवान के निधन के बाद लोजपा में जबरदस्त टूट हुई थी. पार्टी के सभी सांसदों ने चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस का साथ दिया था जबकि चिराग अकेले रह गए थे लेकिन उसके बाद चिराग ने जबरदस्त कम बैक किया और लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी के 5 नेता लोकसभा पहुंचे. उनकी लोकप्रियता को देखते हुए ही मोदी सरकार में उन्हें मंत्री बना दिया गया.