पूर्वोत्तर राज्यों में मानसून बना मुसीबत

पूर्वोत्तर के राज्यों में मानसून में भीषण तबाही मचाई है. इस बार मानसून थोड़ा जल्दी आ गया है. मणिपुर, सिक्किम, असम और त्रिपुरा सेमत कई क्षेत्रों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है, अनेक लोगों की मृत्यु भी हुई है और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं.

नई दिल्ली/ इंफाल/ गुवाहाटी/ हैदराबाद, 3 जून, 2025. पूर्वोत्तर के राज्यों में मानसून ने तबाही मचा दी है. अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, सिक्किम और त्रिपुरा—- हर जगह बादलों ने बर्बादी की दास्तान लिख दी है. बाढ़ और भूस्खलन से जनजीवन प्रभावित हुए हैं. कई इलाके जलमग्न हो गए हैं, चाहे वो शहर या गांव के हो.

मणिपुर में बारिश बनी आफत

मणिपुर में मानसून की ऐसी मार पड़ी है कि राज्य के कई शहर कराह रहे हैं. इंफाल तो पानी — पानी हो गया है. जिन सड़कों पर कभी गाड़ियां दौड़ती थी, वहां नाव चलाने की नौबत आ गई है. इंफाल में कुछ जगहों पर तो कमर तक पानी भरा हुआ है. मानसूनी आफत के आगे इंफाल बेबस और लाचार है.

इंफाल में बाढ़ से बनी भयावह हालात
इंफाल में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है और इसका असर शहर के तमाम हिस्सों में दिख रहा है . ये तस्वीरें मानसून से इंफाल की बढ़ती मुसीबत की सच्चाई बयां कर रही है. इंफाल शहर का मंजर देखिए— किस तरह लोग सैलाब में फंसे हुए हैं. निचले इलाकों में घरों में पानी घुस आया है. लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं तो सैलाब से ही उन्हें गुजरना पड़ रहा है.

घुटने भर पानी में वे जीवन बिता रहे हैं.

उत्तर सिक्किम में भूस्खलन का कहर, सेना के 3 जवान शहीद, 9 लापता ————– उत्तर सिक्किम के
चटेन इलाके से एक दुखद खबर सामने आई है. बीती देर रात हुए भूस्खलन की चपेट में एक आर्मी कैंप आ गया, जिससे 3 जवान शहीद हो गए और 9 अभी भी लापता है . अचानक हुई भारी बारिश के कारण लाचेन का जलस्तर बढ़ गया, जिससे यह हादसा हुआ . चुंगथांग के सब डिविजनल पुलिस अधिकारी थाताल द्वारा साझा की गई जानकारी के मुताबिक, आर्मी इलाके में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाई जा रही है. अभी तक तीन जवानों के शव बरामद कर लिए गए हैं और लापता जवानों की तलाश की जा रही है
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सेना की ओर से जारी किया गया बयान+ सेना की ओर से भी इस घटना की पुष्टि करते हुए बयान जारी किया गया है. सोमवार को जारी प्रेस बयान में कहा गया है कि चटेन में भूस्खलन से कई इलाकों को नुकसान पहुंचा है. इस घटना में 3 तीन जवान शहीद हुए, जिनमें कुछ लड़ाकू जवान शामिल है. जवानों के साथ कई स्थानीय लोग भी लापता है, जिनकी तलाश और पहचान की जा रही है.

लाचुंग में फंसे 1600 पर्यटकों को रेस्क्यू किया गया
लाचुंग में फंसे करीब 16 00 पर्यटकों को सोमवार की सुबह रेस्क्यू किया गया. रेस्क्यू किए गए लोगों में 380 बच्चे शामिल हैं . जानकारी के मुताबिक, ये लोग बीते 30 मई से इलाके में फंसे हुए थे. भारी बारिश के कारण सिक्किम के कई इलाकों के रास्ते बंद हो गए थे, जिन्हें बीते रविवार की रात को साफ किया गया और 2 जून को रेस्क्यू मिशन चलाकर लोगों को बाहर निकल गया. एनडीआरएफ की टीम इलाके में लगातार बचाव मिशन चला रही है. इलाके के डीसी ने जानकारी दी है कि लाचेन में अभी भी करीब 1500 लोग फंसे हुए हैं. हालांकि, खबर आ रही है कि वे लोग सुरक्षित होटलों में ठहरे हुए हैं.

मणिपुर में बाढ़ से 20 हजार लोग प्रभावित, 3 हजार से ज्यादा घर क्षतिग्रस्त, मौसम विभाग ने दी वॉर्निंग


मणिपुर में बारिश आफत की बरसात बन गई है. बीते कुछ दिनों से हो रही झमाझम बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ आ गई है . सड़कों से लेकर घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है. नदियों के उफान पर होने और तटबंधों के टूटने के कारण आई बाढ़ से 19 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं . बीते चार दिन से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ से 3 हजार 365 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 19 हजार 811 लोग प्रभावित हुए हैं.

राहत शिविर में पहुंचाए गए लोग

बाढ़ में जिन लोगों के घर प्रभावित हुए हैं, उन्हें 31 राहत शिविरों में पहुंचा दिया गया है. इंफाल ईस्ट जिले के हेइगांग, वांगखेई और खुरई इलाका सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित है पिछले चार दिनों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन की 47 घटनाएं भी हुई है. अधिकारियों ने बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ जाने के बाद बाढ़ का पानी खुरई, हेइगांग और चेकॉन इलाकों में भर गया है. भारी बारिश के कारण इंफाल शहर में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं.

असम में भी बढ़
मणिपुर के अलावा असम भी भीषण बाढ़ से जूझ रहा है. मौसम विभाग ने गुवाहाटी स्थित क्षेत्रीय केंद्र से बताया है कि राज्य की अधिकतर हिस्सों में भारी वर्षा की संभावना है. असम राज्य आपदा प्रबंधन के मुताबिक, कछार और श्री भूमि जिलों में दो और लोगों की मौत हो गई है एवं 15 जिलों में लगभग चार लाख को बाढ़ से प्रभावित है . सबसे अधिक प्रभावित कछार जिले में करीब 1 लाख से अधिक लोग बाढ़ की चपेट में है. मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी 4 जून तक असम, मेघालय, मणिपुर, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है.

बाढ और भूस्खलन से जारी है तबाही, अब तक 40 की मौत, असम — मेघालय मिलकर ढूंढेंगे समाधान+ असम में 22 जिलों के 5 लाख से ज्यादा लोग अभी भी बाढ़ की चपेट में है . वहीं, मणिपुर में 19 हजार 811 लोग बाढ़ में फंसे हैं. पूर्वोत्तर भारत में भीषण बाढ़ और भूस्खलन ने तबाही मचा रखी है. पिछले 29 मई से अब तक 6 राज्यों में फ़्लड और लैंडस्लाइड की चपेट में आकर कम से कम 40 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि लाखों लोग अभी भी पानी से जूझ रहे हैं. सबसे ज्यादा असर असम, मेघालय, मणिपुर, त्रिपुरा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में देखा जा रहा है. राहत और बचाव कार्य तीव्र गति से चल रहा है.