राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में ऐलान, लालू यादव13 वीं बार बने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष

पटना/ हैदराबाद, 5 जुलाई, 2025. बिहार की सियासत के लिए 5 जुलाई 2025 एक अहम दिन साबित हुआ, जब राष्ट्रीय जनता दल ( आरजेडी ) की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में लालू प्रसाद यादव को 13 वीं बार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया. इस बैठक में आरजेडी के संस्थापक और पार्टी के सबसे बड़े नेता लालू प्रसाद यादव निर्विरोध चुन लिए गए, जो दर्शाता है कि पार्टी में उनकी पकड़ आज भी मजबूत है. इस कदम के साथ ही यह संदेश भी गया कि लालू प्रसाद यादव पार्टी के प्रमुख नेतृत्वकर्ता के रूप में आगे भी सक्रिय रहेंगे, और उनकी भूमिका आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में अहम रहेगी.

तेजस्वी को अभी भी करना होगा इंतजार
लालू यादव के 13वें कार्यकाल के साथ यह सवाल उठता है कि क्या तेजस्वी यादव को अब पार्टी की कमान सौंपने का समय आ गया है? तेजस्वी यादव, जो पिछले कुछ वर्षों से पार्टी के उपमुख्यमंत्री रहे हैं, ने कई बार यह संकेत दिया था कि वे पार्टी की बागडोर संभालने के लिए तैयार हैं. हालांकि , लालू प्रसाद यादव की निरंतर अध्यक्षता से यह साफ हो गया है कि वह फिलहाल पार्टी के प्रमुख बने रहेंगे और तेजस्वी यादव को अभी और इंतजार करना पड़ेगा. यह पार्टी में एक स्थिर नेतृत्व का संकेत है, जो बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति के केंद्र में रहेगा. लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व में राजद के वोट बैंक को मजबूत करने की दिशा में काम किया जाएगा, और पार्टी की रणनीतियों का केंद्र वही रहेंगे. यह फैसला बिहार के राजनीतिक समीकरण को समझने में मदद करता है, जहां जातिवादी राजनीति की एक लंबी परंपरा रही है.

राजनीतिक समीकरण और भविष्य की रणनीति
लालू प्रसाद यादव की लगातार अध्यक्षता से यह भी स्पष्ट है कि आरजेडी का वोट बैंक, विशेष कर यादव और मुस्लिम वर्ग, उनके नेतृत्व पर आधारित रहेगा. यह फैसला बिहार की राजनीति में ओवैसी जैसे नए सियासी चेहरे के लिए एक चुनौती के रूप में सामने आता है, जो पार्टी के मुस्लिम वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रहे थे. लालू यादव ने पार्टी की स्थिरता को प्राथमिकता दी है और अपने नेतृत्व को मजबूत कर आगामी चुनावों में पार्टी को एकजुट रखने की योजना बनाई है.