तीन दिवसीय समाजवादी एकजुटता सम्मेलन पुणे का पहला सत्र

समाजवादियों के सामने बड़ी चुनौतियां और इनका मुकाबला व्यापक समाजवादी एकता से ही संभव

पुणे/ हैदराबाद, 22 सितंबर 2025. समाजवादी आंदोलन के 90 वर्ष पूरे होने के अवसर पर तीन दिवसीय समाजवादी एकजुटता सम्मेलन का उद्घाटन राष्ट्रीय सेवा दल के मुख्यालय पुणे में 15 राज्यों के समाजवादी साथियों की मौजूदगी में 100 वर्षीय समाजवादी नेता तथा पूर्व सांसद पंडित रामकिशन द्वारा ध्वजारोहण के साथ हुआ. एकजुटता सम्मेलन का आयोजन राष्ट्र सेवा दल, एसएम जोशी सोशलिस्ट फाऊंडेशन, युसुफ मेहेरअली सेंटर, समाजवादी समागम और महाराष्ट्र गांधी स्मारक निधि द्वारा संयुक्त रूप से किया गया . सम्मेलन में भागीदारी के लिए एक दिन पूर्व से ही देशभर के समाजवादी साथियों का आगमन शुरू हो गया था. सम्मेलन स्थल पर समाजवादी आंदोलन के इतिहास से जुड़ी हुई एक प्रदर्शनी भी लगाई गई थी, जिसका लोकार्पण पंडित रामकिशन द्वारा किया गया. वहीं, सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तथा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडे ने करते हुए कहा कि समाजवादी आंदोलन के 90 साल पूर्ण होने के बाद आज समाजवादियों के सामने बड़ी चुनौतियां हैं. इन चुनौतियों का मुकाबला व्यापक समाजवादी एकता और डॉक्टर लोहिया द्वारा प्रतिपादित वोट, जेल और फावड़े के सिद्धांत से ही की जा सकती है. जबकि उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री तथा विशिष्ट लोहिया वादी नेता रमाशंकर सिंह ने कहा कि देश में बढ़ती सांप्रदायिकता और चीनी विरोधी नीतियों का मुकाबला समाजवादियों की एकजुट और संघर्ष के द्वारा ही क्या जा सकता है . इस सम्मेलन में देशभर से आए हुए समाजवादियों को तीन दिन लगातार मंथन के बाद देश को नई दिशा देने का संकल्प लेना चाहिए. वहीं, एडवोकेट सविता शिंदे के स्वागत भाषण के बाद देश के विख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व समाजवादी विचारक बबन डिसूजा और डॉक्टर जीजी पारीक के संदेश का वाचन युसुफ मेहेरअली केंद्र की गुड्डी एस एल ने किया. डॉ जीजी पारीक ने अपने संदेश में कहा कि 90 साल पूर्व भी समाजवादी आंदोलन की प्रासंगिकता थी और आज भी है. समाजवादी आंदोलन के 90 वर्ष के इतिहास और चुनौतियों पर आधारित विचार पत्र प्रख्यात समाजवादी चिंतक एवं समाजवादी समागम के अध्यक्ष प्रोफेसर आनंद कुमार ने रखा.

संविधान की प्रस्तावना का वाचन

एसएम जोशी सोशलिस्ट फाउंडेशन के विश्वस्त सुभाष वारे ने किया. आधार पत्र पर राष्ट्र सेवा दल, एसएम जोशी सोशलिस्ट फाऊंडेशन, युसुफ मेहेरअली सेंटर, समाजवादी समागम, महात्मा गांधी स्मारक निधि के प्रतिनिधियों सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे. उद्घाटन सत्र का संचालन पूर्व विधायक तथा विशिष्ट किसान संगठक डॉ सुनीलम ने किया. इस मौके पर प्रकाशित मराठी स्मारिका का लोकार्पण एवं डॉ. सुनीलम की पुस्तक–” समाजवादी आंदोलन के दस्तावेज ” के दो खण्डों का दूसरा संस्करण– 2025 भी विमोचित हुआ. सम्मेलन में जीवन के 80 वर्ष पूरे कर चुके मौजूद विशिष्ट समाजवादियों में पंडित रामकिशन, प्रो. राजकुमार जैन, सुश्री चंद्रा अय्यर, गजानन खातू, भीमराव पाटोले, रावसाहेब पवार, वर्षा गुप्ते, राधा शिरसेकर, उमाकांत भावसार, विजया चौहान आदि अनेक विशिष्ट साथियों का सम्मान भी किया गया. उद्घाटन सत्र के समापन पर संदेश दिवेकर ने धन्यवाद ज्ञापित किया . वहीं, रात्रि में राष्ट्र सेवा दल कलापथक गीत और नृत्य गीत लेक लाडकी अभियान निर्मित संगीत फ्यूजन पथनाट्य ” महिलाओं के मुद्दे की चर्चा”— राष्ट्र सेवा दल, स्मीता पाटील कलापथक इचलकरंजी पथनाट्य ” पुन्हा गांधी” की रंगारंग प्रस्तुति दी गई. जिसे सम्मेलन में देशभर से मौजूद प्रतिनिधियों ने खूब सराहा .