भाजपा के मिशन 2024 के लिए अहम हो सकते हैंपश्चिम बंगाल,ओड़िशा और तेलंगाना, अमित शाह ने खुद संभाली कमान !

भाजपा के मिशन 2024 मेंपश्चिम बंगाल, ओड़िशा और तेलंगाना की अहम भूमिका हो सकती है. भाजपा यहां 50 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज कराने की कोशिश में जुट गई है. मिशन 2024 के लिए इन राज्यों की अहमियत इस बात से समझी जा सकती है कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में भाजपा को ऐतिहासिक जीत दिलाने वाले अमित शाह ने तीन राज्यों की कमान खुद संभाल ली है . हैदराबाद से तेलंगाना ब्यूरो चीफ देहाती विश्वनाथ की यह खास रिपोर्ट.

नई दिल्ली/हैदराबाद,26 दिसंबर,2023. 2019 की तुलना में बड़ी जीत हासिल करने के भाजपा के मिशन 2024 में पश्चिम बंगाल, ओड़िशा और तेलंगाना की अहम भूमिका हो सकती है. इन तीनों राज्यों में लोकसभा की 80 सीटें आती है, जिनमें 2019 में भाजपा को मात्र 30सीटें ही मिली थी. भाजपा इस बार यहां से अधिक से अधिक सीटों पर जीत दर्ज कराने की कोशिश में जुट गई है. मिशन 2024 के लिए इन राज्यों की अहमियत इस बात से समझी जा सकती है कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में भाजपा को ऐतिहासिक जीत दिलाने वाले अमित शाह ने इन तीनों राज्यों की कमान खुद संभाल ली है. इसके अलावा भाजपा को उत्तर प्रदेश में भी सीटें बढ़ने की उम्मीद है. दरअसल, 2019 में भाजपा के जीत के आंकड़े को 303 तक पहुंचने में इन तीनों राज्यों की अहम भूमिका रही थी. 2014 में भाजपा को मिली थी जीत 2014 में भाजपा इन तीन राज्यों में महज 4 सीटें जितने में सफल रही थी, जिनमें पश्चिम बंगाल में2 एवं ओड़िशा और तेलंगाना में 1–1 सीट थी. 2019 में इन तीनों राज्यों में भाजपा 26 सीटें बढ़ाने में सफल रही, जिनमें 16 पश्चिम बंगाल,7 ओड़िशा और4 तेलंगाना थी . पार्टी का मानना है कि 42 सीटों वाले पश्चिम बंगाल में पिछले चुनाव में 18 सीटें जीतने के बाद भी अभी बहुत संभावना बाकी है. इसके लिए भाजपा ने 33 सीटों पर जीत की रणनीति बनाई है और 25 से अधिक सीटों पर जीत का दावा भी कर रही है . ओड़िशा में लोकसभा की 21 सीटें हैं. 2019 में भाजपा यहां 8 सीटें जीतने में सफल रही थी . भाजपा इस बार यहां कम से कम 15 सीटें जीतने की रणनीति बना रही है. इसी तरह से तेलंगाना के विधानसभा चुनाव में बीआरएस की हार के बाद अब लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है. तेलंगाना लोकसभा की कल 17 सीटें हैं और भाजपा इस बार जीती गई सीटों की संख्या को दहाई तक पहुंचाने की कोशिश कर रही है. तेलंगाना की राजनीति से जुड़े भाजपा की एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि 2019 में पार्टी 2 सीटों पर बहुत कम अंतर से हारी थी और 2 अन्य सीटों पर प्रदर्शन बहुत अच्छा था. ऐसे में काम से कम 10 सीटों पर आसानी से जीत हासिल की जा सकती है. इसके अलावा भाजपा को उत्तर प्रदेश में 2019 के घाटे की भरपाई की भी उम्मीद है. 2014 में 72सीटें जीतने के बाद 2019 में भाजपा को यहां 10 सीटें कम आई थी.