मिलिंद देवरा ने थामा शिंदे की शिवसेना का हाथ, कांग्रेस पर कसा तंज !

जनवरी की 14 तारीख को जिस वक्त कांग्रेस के आला नेता ‘ भारत जोड़ो न्याय यात्रा ‘ में शामिल होने दिल्ली से मणिपुर के लिएरवाना हो रहे थे,उसी वक्त कांग्रेस जाने माने चेहरे मिलिंद देवरा ने कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. इसके कुछ घंटे के बाद मिलिंद देवड़ा शिवसेना के शिंदे गुट में शामिल हो गए.

हैदराबाद से तेलंगाना ब्यूरो चीफ देहाती विश्वनाथ की खास रिपोर्ट

मुंबई/ नई दिल्ली /हैदराबाद,14 जनवरी, 2024.शिवसेना( शिंदे गुट ) में शामिल होने के बाद मिलिंद देवड़ा ने कहा, आज सुबह से बहुत लोगों के फोन आ रहे हैं कि मिलिंद जी आपने अपनी फैमिली का कांग्रेस से 55 साल पुराना रिश्ता क्यों तोड़ा . मैं सबसे चैलेंजिंग दशक में पार्टी का वफादार बना रहा. लेकिन अफसोस की बात है कि मेरे पिताजी 1968 में जिस कांग्रेस में शामिल हुए उसमें और आज के कांग्रेस में बहुत ज्यादा अंतर आ गया है. उन्होंने कहा, यदि कांग्रेस और यूबीटी रचनात्मक और सकारात्मक सुझावों के साथ मेरिट और योग्यता को महत्व देते तो आज एकनाथ जी और मैं यहां नहीं बैठे होते . देवड़ा बोले, कांग्रेस ने 30 साल पहले डॉ मनमोहन सिंह की अगुवाई में आर्थिक उदारीकरण की शुरुआत की थी लेकिन आज वह पार्टी उद्योगपतियों, कारोबारियों के बारे में अपमानजनक बातें कर रही है. उन्हें देशद्रोही बता रही है . इससे पहले मिलिंद देवड़ा अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, ” आज मेरी राजनीतिक यात्रा के अहम अध्याय का समापन हुआ. मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही इस पार्टी से मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया. मिलिंद देवड़ा कांग्रेस के जाने माने नेताओं में से एक रहे हैं और केंद्रीय मंत्री रह चुके मुरली देवड़ा के बेटे हैं .

कांग्रेस की प्रतिक्रिया
मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे के एलान के बाद कांग्रेस प्रवक्ता जय राम रमेश ने मिलिंद के पिता मुरली देवड़ा से अपने जुड़ाव को याद किया. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ” मैं मुरली देवड़ा के साथ अपने कई साल पुराने जुड़ाव को बड़े सम्मान से याद करता हूं. सभी राजनीतिक दलों में उनके दोस्त थे, लेकिन वह पक्के कांग्रेसी थे, जो हर मुश्किल परिस्थिति में हमेशा कांग्रेस पार्टी के साथ खड़े रहे. तथास्तु ” भारत जोड़ो न्याय यात्रा से ठीक पहले उनके इस्तीफे की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जयराम रमेश ने आरोप लगाया है कि मिलिंद देवड़ा के पार्टी छोड़ने का समय पीएम नरेंद्र मोदी ने तय किया. उन्होंने कहा कि मिलिंद तो एक कठपुतली है. हर जगह मीडिया में भारत जोड़ो न्याय यात्रा से जुड़ी खबरें हैं . प्रधानमंत्री तो हैडलाइन मैनेजमेंट के गुरु हैं . उन्होंने एक हेड लाइन बना दिया है कि मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस छोड़ दी है. जयराम रमेश ने कहा, उनके इस्तीफे का पार्टी पर कोई असर नहीं होने वाला है. एक मिलिंद देवड़ा जाता है तो हजारों मिलिंद देवड़ा पार्टी में रहते हैं, जो पार्टी की विचारधारा, इसके संगठन में विश्वास रखते हैं जयराम रमेश ने बताया कि मिलिंद इस बात को लेकर चिंतित थे कि शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट मुंबई दक्षिण सीट पर अपना दावा कर रहा है . इस सीट से मिलिंद के पिता मुरली देवड़ा सांसद रहा करते थे . शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने इस मुद्दे पर कहा कि विचार, आदर्श अब नहीं रहे, अब सिर्फ सत्ता की राजनीति है. उधर लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी जयराम रमेश के बयान का समर्थन किया और कहा कि मैं क्या कह सकता हूं, अगर किसी को पार्टी छोड़नी है तो छोड़ दे “. उन्होंने कहा, कांग्रेस ने उन्हें क्या कुछ नहीं दिया, उन्हें मंत्री बनाया. ऐसे में आपको यह सवाल उन्हीं से ही पूछा जाना चाहिए. वहीं, कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि आज 14 जनवरी को भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने वाली है और इस घड़ी में अगर मिलिंद देवड़ा नहीं है तो यह उनका ही नुकसान है.