2024 के आम चुनाव शुरू होने में कुछ ही महीने बचे हैं और कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी ने मणिपुर से मुंबई तक 6,700 किमी से ज्यादा की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू कर दी है. हैदराबाद से तेलंगाना ब्यूरो प्रमुख देहाती विश्वनाथ की यह खास रिपोर्ट.

नई दिल्ली/ इंफाल / हैदराबाद, 15 जनवरी, 2024. बस से और पैदल होने वाली 66 दिनों की यह यात्रा 15 राज्यों की 100 लोकसभा संसदीय क्षेत्र और 337 विधानसभा क्षेत्र से गुजरेगी. इससे पहले राहुल गांधी ने सितंबर 2022 से लेकर जनवरी 2023 तक कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा की थी. मणिपुर की राजधानी इंफाल के पास थोबल में वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं की उपस्थिति में एक बड़ी रैली के सामने बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, ” मणिपुर जिस दर्द से गुजरा है, हम उस दर्द को समझते हैं. हम वादा करते हैं कि उसे शांति, प्यार, एकता को वापस लाएंगे, जिसके लिए यह प्रदेश हमेशा जाना जाता है. ” मणिपुर पिछले 8 महीने से ज्यादा वक्त से मैतेई और कुकी समुदाय हिंसा की चपेट में है . मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक हिंसा में 200 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं . कांग्रेस मणिपुर के हालात के लिए भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराती रही है. पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, 8 महीने से प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं? वह 1 घंटे के लिए भी इंफाल नहीं आए हैं. मोदी सरकार ने विपक्ष पर राजनीति करने का आरोप लगाया है. यात्रा की शुरुआत से ठीक पहले वरिष्ठ पार्टी नेता मिलिंद देवड़ा की स्थिति पर कांग्रेस ने कहा कि उसका यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ेगा. माना जाता है कि पहली यात्रा से राहुल गांधी की छवि बेहतर हुई है और उनका राजनीतिक कद भी बढ़ा है, इसलिए यात्रा का दूसरा चरण में राहुल गांधी को सुनने पहुंची कांग्रेस कार्यकर्ता मैबाम शारदा लेइमा ने कहा, हमारा मणिपुर जल रहा है. हमें उम्मीद है राहुल गांधी हमारी समस्याओं को जानेंगे, देखेंगे और उसके बारे में बात करेंगे. उसके साथ खड़ी वाएखेम इबेमा देवी ने कहा, यहां जिंदगी बहुत मुश्किल है. हम जब कभी-कभी राहत कैंप में जाते हैं तो लोगों के हालात देखकर हमें बहुत दुख होता है. बातचीत के दौरान लोगों ने यह भी कहा कि वह मणिपुर हालात के लिए सभी नेताओं को जिम्मेदार मानते हैं. माना जा रहा है कि यात्रा के दौरान राहुल गांधी समाज के कई लोगों से भी मिलेंगे. राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा दूसरे दिन इंफाल पश्चिम के सेकमाई से शुरू हुई . इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता, कार्यकर्ता और समर्थक राहुल गांधी के साथ सड़क पर मार्च करते हुए दिखाई दिए. इस यात्रा का समापन 20 मार्च को मुंबई में होगा. राहुल गांधी की यह यात्रा सेकमई पहुंची वहां के स्थानीय लोगों ने जोर शोर से यात्रा और राहुल गांधी का स्वागत किया. इस दौरान कलाकारों द्वारा मणिपुर के पारंपरिक नृत्य पेश किए गए. बड़ी संख्या में कांग्रेस समर्थक नारेबाजी करते नजर आए. दरअसल, 2024 चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा का ऐलान कर एक बार फिर पार्टी को मजबूत करने की कोशिश की है. यह न्याय यात्रा 20 मार्च तक चलेगी और 15 राज्यों में करीब 6700 किमी की दूरी तय करेगी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू की और देश के लिए ऐसा दृष्टिकोण रखने पर जोर दिया, जो हिंसा और नफरत परनहीं, बल्कि सद्भाव और भाईचारे पर आधारित होगा. राहुल गांधी ने यह भी कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा , इसलिए निकल जा रही है, क्योंकि देश भारी अन्याय के दौर से गुजर रहा है. यात्रा की शुरुआत के मौके पर राहुल गांधी ने कहा, 29 जून को मैं मणिपुर आया था और उसे दौर में मैंनेजो देखा, सुना… पहले कभी नहीं देखा था, नहीं सुना था. 2004 से मैं राजनीति में हूं, पहली बार मैं हिंदुस्तान के एक प्रदेश में गया, जहां शासन का पूरा ढांचा ध्वस्त हो गया था. जिसको हम मणिपुर कहते थे, 29 जून के बाद वह मणिपुर रहा नहीं…. बंट गया, कोने-कोने में नफरत फैली, लाखों लोगों को नुकसान हुआ, भाई बहन, माता-पिता आंखों के सामने मरे. यात्रा की शुरुआत के मौके पर आयोजित जनसभा में बड़ी संख्या में महिला और युवा शामिल हुए. बहुजन पार्टी से निलंबित सांसद दानिश अली भी इस यात्रा का हिस्सा बने . कांग्रेस का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले निकल जा रही यह यात्रा 67 दिन में 15 राज्यों और 110 दिनों से होकर गुजरेगी . उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 7 सितंबर 2022 से 30 जनवरी 2023 तक कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी. उनकी 136 दिन की इस पदयात्रा में 12 राज्यों, दो केंद्र शासित प्रदेशों के 76 लोकसभा क्षेत्रों से गुजरते हुए 4081 किमी की दूरी तय की थी. सड़कों पर खड़े कई लोगों के हाथों में कांग्रेस के झंडे थे एवं कार्यक्रम में पहुंचे लोगों में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थी . पत्रकार और लेखिका नीरज चौधरी बताते हैं, लोगों को अच्छा लगता है, जब राजनेता उनके पास जाते हैं और उनकी बात सुनते हैं. लेकिन क्या इससे लोग चुनाव में पार्टी के पक्ष में बाहर निकलेंगे या फिर क्या इससे कांग्रेस की संभावनाओं पर असर पड़ेगा, यह बहस करने लायक बात है . कांग्रेस यात्रा की वजह लोगों के लिए आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक न्याय बता रही है और उसका कहना है कि लोकतंत्र खतरे में है.
यात्रा की अहमियत
राहुल गांधी की यह न्याय यात्रा ऐसे वक्त हो रही है, जब विपक्ष के सामने चुनौती है कि कैसे भाजपा को लगातार तीसरा आम चुनाव जीतने से रोका जाए.