इस राज्य में भाजपा के बढ़ते प्रभाव का एक पडाव कुछ माह पहले ही हुए तेलंगाना विधानसभा चुनाव को भी माना जा सकता है जिसमें भाजपा प्रत्याशी वेंकट रमण रेड्डी ने बीआरएस प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर सहित कांग्रेस के सीएम चेहरा व प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को परास्त कर दिया था. यह दीगर बात है कि दूसरी सीट पर जीते रेवंत रेड्डी मुख्यमंत्री बन गए.
हैदराबाद से तेलंगाना ब्यूरो प्रमुख देहाती विश्वनाथ की यह खास रिपोर्ट.
नई दिल्ली/ हैदराबाद,16 अक्टूबर, 2024. लोकसभा चुनाव में एनडीए को 400 पार सीटें दिलाने का लक्ष्य यदि भाजपा ने तय किया है तो उसे पाने के लिए विपक्ष के मजबूत किलों पर भी नजरें जमा दी है. अलग-अलग राज्यों के लिए पार्टी माइक्रोप्लान पर काम कर रही है. इसी रणनीति के तहत तेलंगाना की हैदराबाद संसदीय सीट भी शामिल है, जहां भाजपा अमेठी जैसा बड़ा फेरबदल करने के लिए जोर लगा रही है.
ओवैसी के विरुद्ध किसे मिलेगी कमान
माना जा रहा है कि पार्टी यहां के कद्दावर एआइएमआइएम प्रमुख सांसद असदुद्दीन ओवैसी के विरुद्ध किसी तेजतर्रार महिला प्रत्याशी को भी उतार सकती है. उत्तर भारत में अपनी जमीन काफी मजबूत कर चुकी भाजपा दक्षिण में भी विस्तार के लिए लगातार प्रयासरत है. कर्नाटक में भगवा खेमें का मजबूत जनाधार पहले से है और इसी तरह तेलंगाना के लिए भी पसीना बहाया जा रहा है.
किसी दमदार चेहरे की तलाश
इन परिणामों से उत्साहित भाजपा के रणनीतिकारों को भरोसा है कि लंबे समय से ओवैसी के लिए अभेध दुर्गा बन चुकी हैदराबाद संसदीय सीट पर भी भगवा परचम लहराया जा सकता है. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आकर्षक और बड़े लाभार्थी वोट बैंक का आधार तो है ही, साथ ही ऐसे चेहरे की तलाश है, जो स्थानीय मतदाताओं को आकर्षित कर सके .
महिला को मिल सकती है जिम्मेदारी
चर्चा है कि हर राज्य में महिला मतदाताओं में गहरी पैठ बन चुकी भाजपा इस सीट से अब महिला प्रत्याशी पर भी दांव है. तमाम समीकरणों के आधार पर तेलंगाना बीजेपी महिला मोर्चा की प्रवक्ता नादिमपल्ली यमुना पाठक भी अपनी मजबूत दावेदारी ठोक रही हैं.