गंगाजल, शहद, दूध, गन्ने का रस…

सावन में महादेव शिव के भक्त गंगाजल, दूध– दही, घी और शहद से रुद्राभिषेक करते हैं. मान्यता है कि ऐसा करने से सभी दुख दूर हो जाते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. शिवपुराण के मुताबिक, विभिन्न वस्तुओं से अभिषेक करने के अलग-अलग फल मिलते हैं. आईए जानते हैं किन-किन चीजों से करते हैं अभिषेक.

नई दिल्ली/ काशी/ हैदराबाद, 23 जुलाई, 2025. सावन के महीने में भोलेनाथ के भक्त गंगाजल, दूध- दही, घी, शहद और गन्ने की रस से रुद्राभिषेक बरही चमत्कारी माना गया है. मान्यता है कि सावन के महीने में शिवलिंग का रुद्राभिषेक करने से सारे दुख दूर हो जाते हैं. इस महीने में भोलेनाथ की पूजन करने पर मनोकामनाएं जल्द पूरी होती है. सावन माह में अलग-अलग कामनाओं के लिए अलग-अलग पूजन सामग्री के साथ शिवजी का रुद्राभिषेक किया जाता है.

इन चीजों से करें अभिषेक
शिव पुराण के मुताबिक, शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाने से मनोकामनाएं जल्द पूरी होती है और मोक्ष प्राप्त होता है. शिवलिंग पर घी से रुद्राभिषेक करने से वंश का विस्तार होता है एवं उत्तम संतान प्राप्त होती है. शिवलिंग का शहर से रुद्राभिषेक करने से रोगों से मुक्ति मिलती है और मनवांछित फल मिलते हैं, वहीं शिक्षा में सफलता और व्यक्ति को सम्मान और ऊंचा पद मिलता है. इसके अलावा शहद से अभिषेक करने से शुक्र मजबूत होता है और व्यक्ति को धन संपत्ति मिलती है. दूध में शक्कर मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाने से मानसिक शांति और पारिवारिक सुख मिलता है. शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाने से धन – धान्य और संपत्ति मिलने के सभी रास्ते खुल जाते हैं. सावन के महीने में पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.

खत्म हो जाएगी परेशानियां
यदि शत्रु पर विजय चाहते हैं तो सावन में शिवलिंग पर सरसों का तेल से अभिषेक करें. किसी कार्य में लगातार बाधाएं आ रही है, तो दही से शिवलिंग का रुद्राभिषेक करने से लाभ मिलता है. सूत्र यह है कि शिवलिंग का पूजन करते समय बेलपत्र और शमीपत्र शिवलिंग पर जरुर चढ़ाएं. ओम नमः शिवाय.