लोकसभा चुनाव से पहले दोसीएम पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार !

बीजेपी ने खोल दिया है मोर्चा, देश के दो सीएम अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है . ईडी ने तो हेमंत को सातवीं बार समन भेजा है. जबकि केजरीवाल को दिल्ली शराब घोटाले मामले में पूछताछ के लिए केंद्रीय एजेंसी बुला रही है. आप ने इस केजरीवाल को चुनाव प्रचार से रोकने की साजिश बता रही है. हैदराबाद से तेलंगाना ब्यूरो चीफ देहाती विश्वनाथ की यह खास रिपोर्ट.

नई दिल्ली/ रांची/ हैदराबाद, 3 जनवरी, 2024. जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की तारीखनजदीक आ रही है, सियासी फिजा में राजनीतिक जंग भी तेजी पकड़ रही है. नए साल के पहले हफ्ते में ही देश के दो राज्यों के मुख्यमंत्री पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है . दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को केंद्रीय एजेंसी ईडी समन पर समन भेज रही है. ईडी ने केजरीवाल को दिल्ली में शराब नीति घोटाले मामले में समन भेजा है. जबकि हेमंत सोरेन को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में ईडी सात बार समन भेज चुकी है. दोनों मुख्यमंत्री अभी तक केंद्रीय जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए हैं . उधर दोनों ही दल आरोप लगा रहे हैं कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार उन्हें गिरफ्तार करने की साजिश कर रही है. क्योंकि मौसम चुनावों का है तो सभी दल एक दूसरे पर हमला बोल रहे हैं. राजनीतिक पार्टियां ईडी के समन में सियासी नफा नुकसान ढूंढ रही हैं.

केजरीवाल के लिए परेशानी का सबब

भ्रष्टाचार के खिलाफ ही आम आदमी पार्टी का गठन करने वाले अरविंद केजरीवाल अपने राजनीतिक जीवन के एक मुश्किल संकट से गुजर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी दिल्ली के मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है. ईडी ने केजरीवाल को अपने पास पेश होने के लिए तीन बार समन भेज चुकी है. आप और केजरीवाली इसे केंद्र सरकार की साजिश बता रही है. आप ने कहा है कि केजरीवाल को चुनाव प्रचार से रोकने के लिए साजिश रची जा रही है . उधर, बीजेपी केजरीवाल पर भ्रष्टाचार को लेकर हमलावर हैं . शराब घोटाले मामले में ही राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह इस वक्त जेल में है . अब आप को डर है कि ईडी केजरीवाल को भी गिरफ्तार कर सकती है. केजरीवाल की पार्टी का रही है कि मुख्यमंत्री ईडी की जांच में सहयोग को तैयार है लेकिन उन्हें भेजा गया समन पूरी तरह से गैर कानूनी है.+ अब क्या करेगी आप?+
आप के लिए अभी दोहरी मुसीबत आ गई है. पार्टी के दो बड़े नेता जेल में है और मुख्यमंत्री केजरीवाल को भी ईडी का समन आ चुका है. कुछ महीने बाद ही लोकसभा चुनाव होने हैं. पार्टी दिल्ली और पंजाब में मोटरसाइकिल नहीं है चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है. अगर केजरीवाल की गिरफ्तारी हो जाती है तो पार्टी के लिए बड़ा झटका होगा. केजरीवाल पार्टी के स्टार प्रचारक भी हैं. अगर ईडी उन्हें गिरफ्तार करती है तो पार्टी के चुनावी भविष्य पर असर पड़ना तय है. हालांकि, अभी तक केजरीवाल ईडी के सामने पूछताछ के लिए पहुंचे ही नहीं है . बीजेपी तो आप लग रही है कि केजरीवाल थर-थर कांप रहे हैं. लेकिन आप भी राजनीतिक दांव – पेच में जुटी हुई है. फिलहाल केजरीवाल ईडी के समन से बच रहे हैं. पार्टी की कोशिश है कि इस मामले को जितना देर तक खींचा जा सकता है, खींचा जाए. केजरीवाल आरोप लगाते रहे हैं कि बीजेपी लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है. पार्टी अब ईडी के समन का जवाब कानून के मुताबिक देने की बात कह रही है.

दिल्ली में फंसेगा पेच

सियासी जानकारी बता रहे हैं कि जिस तरह से बीजेपी अब केजरीवाल को कट्टर बेईमान बता रही है, इसका असर लोकसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है. क्योंकि केजरीवाल भ्रष्टाचार के खिलाफ ही चुनकर आए थे . राजधानी दिल्ली में लोकसभा की सात सीटें हैं. अभी सभी सीटों पर बीजेपी के सांसद हैं . केजरीवाल को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरकर बीजेपी आप पर मानसिक बढ़त बनाना चाह रही है. दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन के साथ आप का दिल्ली में सीट शेयरिंग अभी फिक्स नहीं हो पाया है. ऐसे में आप के लिए एक बार फिर दिल्ली में पेच फंस सकता है. पार्टी का लोकसभा में अभी कोई सांसद नहीं है. आप पूरी कोशिश में है कि उसका लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन अच्छा हो ताकि रिजल्ट के बाद पार्टी मोलभाव करने में आगे रहे.

बुरे फंसे हैं हेमंत सोरेन

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी ईडी अब तक सात बार समन भेज चुकी है. सातवें समन भेजते हुए ईडी ने उन्हें हर हाल में पेश होने को कहा है. अभी तक वे ईडी के समन से बचते फिर रहे झामुमो नेता इस बार घिर गए हैं. कयास है कि सोरेन को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी का डर है और इसी कारण वह अपनी जगह पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने का दांव खेल सकते हैं. उधर भाजपा नेता भी राज्य में ऐसा ही दावा कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि हेमंत सोरेन ने पत्नी कल्पना को मुख्यमंत्री बनने के लिए दांव चल भी दिया है. झारखंड के गांडेय विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के विधायक सरफराज अहमद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. यह सीट झामुमो के लिए काफी मुफीद मानी जाती है. अगर मनी लांड्रिंग केस में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी होती है तो वह अपनी पत्नी के लिए मुख्यमंत्री पद की फील्डिंग पूरी तरह से कर चुके हैं.

झारखंड में मिल जाएगा भाजपा को बढ़त !

झारखंड में इसी वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव भी होने हैं, जबकि लोकसभा चुनाव तो बस मुहाने पर खड़ा है. राज्य में लोकसभा की 14सीटें हैं. बीजेपी हेमंत पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाती रही है. दूसरी तरफ बीजेपी ने राज्य का अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को बनाकर आदिवासी दांव भी चल दिया है. यानी अगर हेमंत की गिरफ्तारी हुई तो भगवा दल उन्हें भ्रष्टाचारी बताते हुए जमकर निशान साधँगे. वहीं, अगर कल्पना को मुख्यमंत्री का पद मिलता है तो बीजेपी हेमंत सोरेन पर वंशवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाएगी . यानी लोकसभा चुनाव से पहले झारखंड के मुख्यमंत्री बुरी तरह फंस चुके हैं.+ इंडिया गठबंधन आएगी बैकफुट पर ! अगर,ईडी इंडिया गठबंधन में शामिल आप और झामुमो के इन दो नेताओं को गिरफ्तार करती है तो फिर चुनावों में विपक्षी खेमे को तगड़ा झटका लग सकता है. चुनाव से पहले अभी इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर स्थिति साफ नहीं हुई है. अगर ईडी के शिकंजे में दोनों मुख्यमंत्री फंसते है तो विपक्षी गठबंधन निश्चित तौर पर बैकफुट पर आ जाएगी तथा भाजपा इसका लोकसभा चुनाव में सियासी फायदे लेने से नहीं चूकेगी. दरअसल, पीएम मोदी ने पिछले वर्ष अगस्त में एक बड़ा बयान देते हुए कहा था कि 2014 के पहले भ्रष्टाचार और घोटाले का युग था . पीएम नरेंद्र मोदी ने लगातार विपक्ष खासकर कांग्रेस पर इसे लेकर निशाना साधते रहे हैं . पीएम मोदी ने कहा था कि वे न तो खाएंगे न ही खाने देंगे. उनके इस बयान का चुनाव में बड़ा असर दिखा था .