राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के दिन राहुल गांधी और ममता बनर्जी का क्या है प्लान ?

राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी जोरों पर है. 22 जनवरी को समारोह का आयोजन होना है. हजारों लोग एवं खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. समारोह के लिए कई लोगों को निमंत्रण भेजा गया था. लेकिन कांग्रेस समेत विपक्ष के कई दलों ने समारोह के निमंत्रण को ठुकरा दिया है लेकिन उस दिन को लेकर और भी कई प्लान है.

हैदराबाद से तेलंगाना ब्यूरो प्रमुख देहाती विश्वनाथ की यह खास रिपोर्ट.

नई दिल्ली/ कोलकाता/हैदराबाद,18 जनवरी, 2024. अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर है. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत हजारों लोग शामिल होंगे. विपक्ष के कई नेताओं को भी इसमें शामिल होने का निमंत्रण मिला है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश में सियासत भी जारी है . इस दिन विपक्ष के नेता क्या करेंगे, एक नजर में जानते हैं.
इस बीच पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री तथा तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा है कि वह 22 जनवरी को कोलकाता में होंगी और पूजा अर्चना करने के लिए काली मंदिर जाएंगी एवं वहां एक विशाल सर्व धर्म रैली का नेतृत्व करेंगी . उन्होंने कहा भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा हमारा काम नहीं है. यह साधु संतों का काम है. हम अयोध्या जाकर क्या करेंगे. एक राजनेता होने के नाते हमारा काम बुनियादी ढांचा बनाना है, मैं वही करूंगी. जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू की . 22 जनवरी को उनकी यात्रा असम पहुंचेगी . इस दिन गुवाहाटी के लोखरा में स्थित शिव जी के धाम जा सकते हैं. बता दें कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा 6713 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी. उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद की आम आदमी पार्टी ने अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले ऐलान किया है कि दिल्ली की सभी विधानसभा क्षेत्र में सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया जाएगा. पार्टी के बयान के मुताबिक विधायक और पार्षद प्रत्येक महीने मंगलवार को सुंदरकांड का आयोजन करेंगे.

सीएम नवीन पटनायक का प्लान

ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले पुरी में जगन्नाथ मंदिर गलियारे का लोकार्पण करेंगे. पुरी के प्रतिष्ठित जगन्नाथ मंदिर के चारों तरफ 800 करोड रुपए की लागत से यह आयताकार परिक्रमा पथ बनाया गया है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के लगभग 10 हजार मंदिरों तथा विभिन्न पूजा स्थलों के जीर्णोद्धार का खाका तैयार कर पूरे प्रदेश का माहौल जय जगन्नाथ मय करने की तैयारी कर ली है.