बिहार में भले ही कड़ाके की ठंड पड़ रही है, लेकिन बिहार की सियासत गरमाती जा रही है. हालांकि बिहार में सत्ता परिवर्तन के कयासों को लेकर हो रही चर्चा के बीच शुक्रवार( 19 जनवरी) को ईडी के अधिकारी राबड़ी आवास पहुंचे . उन्होंने लालू परिवार को नोटिस दिया. रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले के मामले में आरोपों को झेल रहे लालू परिवार के लिए लगातार मुश्किलें बढ़ रही है.
हैदराबाद से तेलंगाना ब्यूरो प्रमुख देहाती विश्वनाथ की खास रिपोर्ट.
पटना/हैदराबाद,19 जनवरी,2024. बिहार में भले ही कड़ाके की ठंड पड़ रही है, लेकिन बिहार की सियासत गरमाती जा रही है. वहीं, इसी घमासान के बीच शुक्रवार ( 19 जनवरी) को राजधानी पटना में स्थित राबड़ी के आवास पर ईडी पहुंचे और ईडी का एक अधिकारी पीले रंग के लिफाफे में उन्होंने एक नोटिस लालू परिवार के घर पर रिसीव कराया. बताया जा रहा है कि लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव को ईडी ने पटना कार्यालय में पेश होने के लिए समन भेजा और वापस चले गए.
ईडी ने इस दिन पेश होने के लिए भेजा समन
जानकारी के मुताबिक, लालू यादव को 29 जनवरी को ईडी के पटना कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है और तेजस्वी यादव को 30 जनवरी को पेश होने के लिए बुलाया है. बता दें कि ईडी ने जमीन मामले को मनी लॉन्ड्रिंग से जोड़ा है. इस मामले में ईडी ने गिरफ्तार अमित कात्याल के खिलाफ भी आरोप पत्र दाखिल किया है.
कल 15 साल पुराना है मामला
यह मामला 15 साल पुराना है. साल 2004 व 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री के कार्यकाल के दौरान रेलवे की ग्रुप डी में नौकरी के बदले जमीन से जुड़ा हुआ है. इसी मामले में ईडी ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से पूछताछ की थी. बिहार में सत्ता परिवर्तन के कयासों को लेकर हो रही चर्चा के बीच प्रवर्तन अधिकारी राबड़ी आवास पहुंचे और लालू परिवार को नोटिस थमा दिया. हालांकि, इस मामले में लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और मीसा भारतीय सहित कई अन्य के नाम आरोप पत्र में दर्ज है. इस मामले में अब नए नोटिस को बेहद खास माना जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, पूछताछ में लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव जो उपस्थित नहीं हो रहे हैं, उसी के मद्देनजर ईडी ने नया समन दिया है.