बिहार की सियासत में बन सकता है नया समीकरण,तेजस्वी बनेंगे सीएम ! लालू कैंप हुआ एक्टिव.

बिहार की इस राजनीति में आरजेडी संभावना तलाशने में जुट गई है . मिली जानकारी के मुताबिक , तेजस्वी यादव को सीएम बनने के लिए लालू यादव एक्टिव हो गए हैं.

हैदराबाद से तेलंगाना ब्यूरो चीफ देहाती विश्वनाथ की खास रिपोर्ट.

पटना/हैदराबाद,26 जनवरी,2024. बिहार की राजनीति में अभी भी संभावनाओं का दौर जारी है. एक तरफ सीएम नीतीश कुमार की एनडीए में जाने के कयास लगाए जा रहे हैं तो दूसरी तरफ आरजेडी भी तेजस्वी यादव को सीएम बनाने की जुगत में लगी हुई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेजस्वी को सीएम बनाने के लिए लालू कैंप एक्टिव हो गया है. उधर, सीएम नीतीश कुमार को हटाकर महागठबंधन के 114 विधायक हैं . बहुमत के लिए 122 चाहिए .

आरजेडी ऐसे बना सकती है अपनी राह

सूत्र बताते हैं कि सीएम नीतीश कुमार एनडीए के साथ जा सकते हैं इसलिए अब लालू कैंप एक्टिव हो गया है. आरजेडी को जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिए सिर्फ आठ विधायकों की जरूरत है . आरजेडी एआइएमआइएम इकलौते विधायक, प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान और निर्दलीय विधायक सुमित सिंह( मंत्री) से संपर्क साध सकती है. इसके साथ ही जेडीयू से नाराज चल रहे विधायकों से भी आरजेडी संपर्क साधने की कोशिश करेगी.

बीजेपी दिल्ली में मंथन कर रहा है

बता दें कि बिहार में सियासी उलटफेर की चर्चा जोरों पर है . दिल्ली से लेकर पटना तक सियासी हल्कों में हलचल बढ़ी हुई है. प्रदेश की राजनीति में कभी भी सियासी समीकरण बदलने की संभावना व्यक्त की जा रही है. कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार सरकार को लेकर कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं. हालांकि, किसी भी दल के नेता इसे लेकर आधिकारिक बयान नहीं दे रहे हैं. इसके साथ ही बीजेपी भी सरकार बनाने को लेकर काफी एक्टिव दिख रही है. बिहार प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी सहित अनेक दिग्गज नेता दिल्ली में कैंप कर रहे हैं और रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं . वहीं, बिहार विधानसभा में मौजूदा आरजेडी
के 79, बीजेपी के 78, जेडीयू के 45, कांग्रेस के 19, सीपीआईएमएल के 12, हम पार्टी के 4, सीपीआई के 2,सीपीएम के 2, एआइएमआइएम के 1 और 1 निर्दलीय विधायक भी हैं . इस बीच राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा के ‘ असमंजस ‘ वाले बयान पर जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार असमंजस की राजनीति नहीं करते हैं. वह राज्य के निर्वाचित मुख्यमंत्री हैं और रहेंगे. उन्होंने कहा, हमारे नेता के बारे में यह टिप्पणी की जा रही है कि आप असमंजस दूर करिए. नीतीश कुमार सीधे तौर पर राजनीति करते हैं. अल्टीमेटम हमको कौन देगा, अल्टीमेटम वाले हम लोग हैं? हम जनता की सेवा करने वाले लोग हैं .

आरजेडी सांसद मनोज झा ने यह कहा

राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा से जब पत्रकारों ने बिहार में सियासी हलचल के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ” जो चल रहा है और आप लोग जो चला रहे हैं, वह तो सब लोग देख रहे हैं. हम तो इतना कहना चाहते हैं कि 9 अगस्त 2022 को जब इस गठबंधन की बुनियाद पड़ी तो इसमें नीतीश जी और लालू जी एवं तेजस्वी यादव ने मिलकर बुनियाद की एक – एक ईंट इस पर रखी कि यह मोदी जी की तानाशाही, नफरत और घृणा के खिलाफ है”. अगर गठबंधन को लेकर कोई कंफ्यूजन है तो इस गठबंधन के मुखिया नीतीश कुमार से आग्रह कर सकते हैं कि वो शाम तक कंफ्यूजन दूर कर दें.

राजद ने बुलाई विधायक दल की बैठक, क्या है लालू और तेजस्वी का प्लान

बिहार में तेजी से बदल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच लालू और तेजस्वी एक्टिव हो चुके हैं. आरजेडी ने शनिवार को तेजस्वी के आवास पर विधायक दल की बैठक बुलाई है . दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी की अटकलें तेज है. राज्य में तेजी से बदल रही सियासत के बीच आरजेडी ने विधायक दल की बैठक बुला ली है . यह बैठक शनिवार दोपहर में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की आवास पर होगी. इसमें राजद के सभी विधायकों और एमएलसी को मौजूद रहने को कहा गया है . इस बैठक को राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव संबोधित करेंगे. बताया जा रहा है कि नीतीश की महागठबंधन छोड़कर बीजेपी के साथ जाने की अटकलों के बीच लालू – तेजस्वी भी अपने स्तर पर समीकरण बनाने की कोशिश में जुटी है. सूत्रों के मुताबिक, शनिवार दोपहर 1बजे पटना में राजद विधायक दल की बैठक होगी. दूसरी ओर, बीजेपी ने भी शनिवार शाम को विधायकों, सांसदों और एमएलसी की बैठक बुलाई है. सूत्र बताते हैं कि बीजेपी ने नीतीश की पार्टी जदयू के साथ फिर से बिहार में एनडीए की सरकार बनाने का मन बनाया है. बीजेपी आलाकमान ने बिहार के नेताओं को इस बारे में निर्देश दे दिए हैं . खबर है कि बिहार में बदल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच लालू और तेजस्वी पूरी तरह एक्टिव हो चुके हैं. शुक्रवार दोपहर को तेजस्वी राबड़ी आवास पहुंचे और राजद सुप्रीमो से बहुत देर तक मंत्रणा की . सूत्रों ने दावा किया है कि अगर जदयू फिर से एनडीए में जाती है तो लालू और तेजस्वी भी बिहार में जोड़ तोड़ की सरकार बना सकते हैं. क्योंकि राजद के पास कांग्रेस और वाम दलों का संपूर्ण समर्थन रहेगा. ऐसे में सरकार बनाने के लिए उसे सिर्फ आठ और विधायकों की जरूरत होगी. इसके लिए जीतनराम मांझी की पार्टी ” हम ” के साथ-साथ अन्य छोटे-छोटे दलों से भी संपर्क किया जा रहा है. हालांकि, हम पार्टी ने इस बात को खारिज कर दिया है . रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि चार विधायकों वाली” हम ” को राजद डिप्टी सीएम पद ऑफर कर सकती है. लेकिन जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने कहा कि उन्हें अभी तक कोई ऐसा ऑफर नहीं मिला है .