नीतीश के इस्तीफे पर क्या कहरही है कांग्रेस, राजद और बीजेपी ?

बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज रविवार सवेरे राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी की राय के आधार पर उन्होंने आरजेडी के साथ बने सत्ताधारी गठबंधन से अलग होने का फैसला किया.

हैदराबाद से तेलंगाना ब्यूरो चीफ देहाती विश्वनाथ की खास रिपोर्ट

नई दिल्ली / पटना/हैदराबाद,28 जनवरी, 2024. बिहार राजभवन ने नीतीश के इस्तीफे की पुष्टि करते हुए सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया. ” राज्यपाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का त्यागपत्र स्वीकार करते हुए वैकल्पिक व्यवस्था होने तक उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने को कहा . ” इस बीच नीतीश कुमार ने कहा कि यह नौबत इसलिए आई क्योंकि कुछ ठीक नहीं चल रहा था. थोड़ी परेशानी थी . हम देख रहे थे. पार्टी के अंदर से और इधर-उधर से राय आ रही थी . सबकी बात सुनकर हमने इस्तीफा दिया और सरकार को भंग कर दिया.

जदयू ने क्या कहा ?

नीतीश के इस्तीफे के बाद जदयू नेता केसी त्यागी ने इंडिया गठबंधन के नेतृत्व को लेकर चल रहे विवाद और उससे नाराजगी की तरफ इशारा किया . उन्होंने कहा, “दरअसल, कांग्रेस का एक हिस्सा इंडिया गठबंधन के नेतृत्व को हड़पना चाहता है “. 19 दिसंबर को गठबंधन की जो बैठक हुई थी उसमें एक साजिश के तहत गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम सुझाया गया. इससे पहले मुंबई में हुई बैठक में सर्वसम्मति से तय हुआ था कि बिना किसी चेहरा आगे किए बगैर गठबंधन काम करेगी.” पहले शाम को अरविंद केजरीवाल के आवास पर गई ममता बनर्जी ने कहा था कि बैठक में किसी का नाम नहीं सुझाया जाएगा. लेकिन कांग्रेस के उस हिस्सा ने एक साजिश के तहत ममता के द्वारा खड़गे का नाम सुझाया गया. हालांकि खड़गे ने बाद में इसे और स्वीकार कर दिया था. ” जितनी भी गैर कांग्रेसी दल हैं, इन सब दलों ने कांग्रेस से लड़कर राजनीति में अपनी जगह बनाई है. ” कांग्रेस पार्टी अपने सर्वाइवल के दौर से गुजर रही है, पिछले दो आम चुनावों में नेता प्रतिपक्ष के लायक भी उनके पास नेट नहीं थे. लिहाजा वो इन दलों का नेतृत्व समाप्त करना चाहती है, वो इनके विकास में रोड़ा हैं. उन्होंने टिकट बंटवारे के काम को लंबा खींचने का काम किया “.

क्या बोली बीजेपी ?

जिस समय नीतीश कुमार राज्यपाल को इस्तीफा सौंप रहे थे, उसी समय भाजपा के विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें बिहार बीजेपी – जेडीयू और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर एनडीए की सरकार बनाने का प्रस्ताव पारित हुआ ” इस बैठक में सम्राट चौधरी को भाजपा विधायक दल का नेता और विजय सिन्हा को उप नेता चुना गया. जबकि भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने मीडिया को बताया कि बिहार में जो नई सरकार बन रही है, उसमें नीतीश कुमार मुख्यमंत्री और उनके अलावा दो उपमुख्यमंत्री होंगे . खबर है कि भाजपा विधायक दल के नेता सम्राट चौधरी और उप नेता विजय सिन्हा को उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा. इस बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक्स पर सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को बधाई देते हुए कहा” हमें यकीन है कि पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के कुशल मार्गदर्शन में दोनों नेता बिहार की बेहतरी के लिए काम करेंगे. ” हम सभी का पूरा प्रयास होगा कि बिहार को जंगल राज बनने से रोकें और विकास के पथ पर वापस लाएं. ” नीतीश कुमार के इस्तीफे के ऐलान के साथ ही बीजेपी के विधायकों का सीएम आवास पहुंचना शुरू हो गया था. जहां एनडीए की बैठक थी.

राजद ने जताई नाराजगी

जदयू के साथ गठबंधन वाली सरकार में शामिल रहे राजद ने नीतीश कुमार के कदम को स्वार्थ भरा कदम बताया है. आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा, ” नीतीश कुमार ने अपने स्वार्थ में युवाओं की नौकरी के मामले को झटका देने और नफरत की राजनीति को बढ़ावा देने का काम किया है. ” उन्होंने कहा” नौकरी मिलने के बाद बिहार के युवाओं के चेहरों पर जो मुस्कुराहट थी, नीतीश ने उसे छीनने की कोशिश की है. उन्हें यह बताना चाहिए था कि वो किस कारण, किसी स्वार्थ से बीजेपी के साथ चले गए हैं? एजाज अहमद ने नीतीश कुमार पर अपने रूख से पलटने का आरोप लगाया और कहा कि ” बिहार में ठगी का और लोग का गठबंधन तैयार हो गया है. पहले नीतीश ने खुद कहा था कि बीजेपी हमारी पार्टी को समाप्त करना चाहती है और हम सब समाजवादी विचारधारा के लोग उसे मुकाबला करेंगे. लेकिन आज वो अपने स्वार्थ में बीजेपी को गले लगा लिया.

कांग्रेस ने भी कसा तंज

कांग्रेस नेताओं ने भी नीतीश कुमार को निशाने पर लिया है . पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि उन्हें पहले से ही आशंका थी कि ऐसा कुछ हो सकता है. उन्होंने कहा, ” यह सूचना तो हमें बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने पहले ही दे दी थी. और आज यह सूचना सच साबित हुई है. देश में ऐसे बहुत से लोग हैं, आया राम, गया राम जैसे “. इस बीच कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने नीतीश कुमार को विश्वासघात का विशेषज्ञ कहा है. उन्होंने एक्स पर लिखा है,” बार-बार राजनीतिक साझेदार बदलने वाले नीतीश कुमार रंग बदलने में गिरगिटों को टक्कर दे रहे हैं. इस विश्वासघात के विशेषज्ञ और उन्हें इशारों पर नाचने वालों को बिहार की जनता माफ नहीं करेगी. ” जय राम रमेश ने कहा कि बीजेपी ने लोगों का ज्ञान बंटाने के लिए ‘ यह सब ड्रामा रचा है.’

डीएमके की प्रक्रिया

डीएम के नेता टीकेएस एलनगोवन ने नीतीश कुमार के इस्तीफे पर कहा, ” मुझे नहीं पता बीजेपी का उन पर कैसा दबाव है . ” लेकिन इतना जरूर है कि” बीजेपी इंडिया गठबंधन को तोड़ना चाहती है क्योंकि उसे चुनावों में हार की डर है. “

नीतीश फिर बने मुख्यमंत्री, 9 वीं बार ली शपथ

नीतीश कुमार ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. वह नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं. उनके साथ और आठ मंत्री बनाए गए हैं . शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान, ‘ हम ‘ नेता जीतन राम मांझी समेत बीजेपी और जदयू के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे.

तेजस्वी का नीतीश पर सीधा हमला

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोला है. उन्होंने कहा, लिख लीजिए 2024 में जेडीयू समाप्त हो जाएगी. तेजस्वी ने मीडिया से कहा कि ” अभी तो खेल शुरू हुआ है . इस बीच चुनाव रणनीतिकार और ‘ जन सुराज ‘ के संस्थापक प्रशांत किशोर ने न केवल नीतीश कुमार बल्किपीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह सभी के सभी सभी के सभी पलटूराम बने हुए हैं.