हैदराबाद से तेलंगाना ब्यूरो प्रमुख देहाती विश्वनाथ की खास रिपोर्ट
हैदराबाद, 24 फरवरी, 2024. भजन- संगीत गायन विद्या के साधक व गायक पंडित अरविंद शर्मा हैदराबाद शहर और आसपास इलाकों के लिए एक जाना पहचाना नाम है. पंडित शर्मा ने 1978 में यहां के नरसिंग मंदिर( मुर्गी चौक ) भजन गायकी की शुरुआत की थी. उसे वक्त वहां, जो अब दिवंगत हैं, गोपाल जी बजाज द्वारा स्थापित साप्ताहिक भजन मंडली कार्यक्रम में जाया करते थे और घंटों भजन गायन के स्वर को समझने की कोशिश करते थे. यही कोशिश ने उन्हें भजन गायन से जोड़ दिया और उन्हीं से प्रेरित होकर पहले कोरस देना सीखा और बाद में खुद भजन गायन करने लगे. अरविंद शर्मा बताते हैं कि उन्होंने भजन गायन किसी से सीखा नहीं लेकिन भजन लिखना, कंपोज करना और फिर उसे सु मधुर आवाज देकर गायन करना अब शौक बन गया है . हालांकि पंडित अरविंद शर्मा हिंदी भाषा में भजन गायन करते हैं, लेकिन उन्होंने मारवाड़ी और तेलुगू भाषाओं में भी कई मनभावन भजन गाए हैं. कहते हैं कि अरविंद शर्मा श्री श्याम जी, माता रानी और हनुमान जी के अलावा अय्यप्पा स्वामी से जुड़े हुए भजन बड़े ही भाव के साथ प्रस्तुत करते हैं. पंडित अरविंद शर्मा बताते हैं कि बीते तीन दशक से वे हमेशा निशुल्क भजन गाते रहे हैं और यह सब श्री श्याम और अय्यप्पा स्वामी की कृपा से ही संभव हो सका है. हाल ही में उन्होंने राजेंद्र नगर क्षेत्र में अतापुर के समीप शिवराम पल्ली स्थित रामदेवरा मंदिर दरबार में माघ सुदी दशमी के उपलक्ष पर आयोजित एक भजन संगीत कार्यक्रम में प्रस्तुति देते हुए श्रुताओं को सु मधुर कोकिल स्वर से आनंदित कर दिया .