बिहार महागठबंधन में सीट बंटवारे का पेंच सुलझने वाला है. राजद और कांग्रेस के बीच बिहार में लोकसभा सीटों के बंटवारे का आज शाम गुरुवार को औपचारिक ऐलान हो सकता है.
हैदराबाद से राजनीतिक संवाददाता देहाती विश्वनाथ की यह खास रिपोर्ट.
नई दिल्ली / पटना/हैदराबाद,28 मार्च,2024.लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर बिहार महागठबंधन में सीट शेयरिंग का औपचारिक ऐलान आज गुरुवार देर शाम हो सकता है. राजद और कांग्रेस के बीच चली लंबे दौर की वार्ता के बाद सीट बंटवारे का फार्मूला लगभग तय हो गया है. बताया जा रहा है कि लालू एवं तेजस्वी यादव कांग्रेस को बिहार में 9 से 10 सीटें देने पर सहमत हो गए हैं हालांकि, इनमें पूर्णिया शामिल नहीं है, जिसे लेकर दोनों पार्टियों के बीच खींचतान चल रही है. पूर्णिया से आरजेडी जेडीयू छोड़कर आई विधायक बीमा भारती को सिंबल दे दिया है. ऐसे में कांग्रेस से टिकट मांग रहे पूर्व सांसद पप्पू यादव को झटका लगा है. कहा यह भी जा रहा है कि बिहार की 9 सीटों के बदले आरजेडी ने झारखंड में कांग्रेस से 2 सीटें मांगी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लालू एवं तेजस्वी यादव कांग्रेस को कटिहार सीट देने को तैयार हैं . वहीं, औरंगाबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार को उतारना चाहती थी, मगर राजद ने सीट बंटवारे के बिना ही जेडीयू से आए अभय कुशवाहा को प्रत्याशी बनाकर सिंबल दे दिया . सूत्र बताते हैं कि अभय कुशवाहा आज अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है . उधर कांग्रेस नेता निखिल कुमार और उनके समर्थकों ने राजद के इस फैसले का विरोध भी किया, लेकिन लालू व तेजस्वी ने उनकी मांग को अनसुना कर दिया. बताया जा रहा है कि बिहार में कांग्रेस को राजद 9 सीट देने को तैयार हैं . इनमें कटिहार, किशनगंज, भागलपुर, पटना साहिब, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, सासाराम,शिवहर या सुपौल शामिल है. इसके बदले लालू एवं तेजस्वी यादव ने कांग्रेस से झारखंड में चतरा और पलामू सीट छोड़ने को कहा है. अब सीट शेयरिंग के औपचारिक ऐलान होने के बाद ही इसका फार्मूला साफ हो पाएगा. दूसरी ओर, कांग्रेस के नेता राजद के रवैये से खुश नजर नहीं आ रहे हैं. पार्टी के अंदरखाने कई नेताओं ने आलाकमान को अपना विरोध दर्ज कराया है. मगर बिहार में कांग्रेस की राजद के साथ रहकर चुनाव लड़ने की मजबूरी बन गई है. कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह समेत अन्य नेताओं ने कहा है कि ऐसे समय में महागठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ने के बारे में पार्टी नहीं सोच सकती है. इससे कांग्रेस को ही नुकसान होगा.
आरजेडी– कांग्रेस का दो दिन मंथन
महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर दिल्ली में दो दिनों तक राजद एवं कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के बीच लंबा मंथन हुआ. गुरुवार यानी आज सीट बंटवारे का देर शाम तक औपचारिक ऐलान हो सकता है.