पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच वोटर लिस्ट पर सियासी घमासान

पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच वोटर लिस्ट पर सियासी घमासान

चुनाव आयोग ने क्या कहा ?

पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची को लेकर राजनीति गरमाई हुई है . तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच इस मुद्दे को लेकर ठन गई है कि यह मुद्दा अब संसद तक पहुंच गया है.

कोलकाता/ हैदराबाद, 18 मार्च, 2025. मौजूदा संसद सत्र के दौरान विपक्ष के सदस्यों ने दोनों ही सदनों में ” वोटर लिस्ट में गड़बड़ी ” का आरोप लगाते हुए इस मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की. वहीं, दोनों ही दलों के प्रतिनिधि मंडल कोलकाता के मुख्य चुनाव अधिकारी के दफ्तर से लेकर दिल्ली स्थित भारतीय निर्वाचन आयुक्त तक पहुंच रहे हैं और खुद से पहचान किए हुए ” फर्जी वोटरों” की फेहरिस्त दे रहे हैं. उधर सड़कों पर भी प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है . तृणमूल कांग्रेस( टीएमसी ) और बीजेपी एक दूसरे पर मतदाता सूची में धांधली कर अवैध वोटरों को सूचीबद्ध करने का आरोप लगा रही है .

टीएमसी ने बीजेपी पर क्या आरोप लगाए हैं ?

बंगाल के कई मतदाताओं को जो एपिक नंबर दिए गए हैं, वही एपिक नंबर पंजाब, हरियाणा, गुजरात और बिहार के मतदाताओं को भी दिए गए हैं. उन्हें वह ( भाजपा ) ट्रेन से यहां मतदान के लिए लाएंगे, जिन्हें इस प्रदेश में वोट डालने का अधिकार नहीं है. पिछले महीने 27 फरवरी को तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अचानक कोलकाता के प्रसिद्ध नेताजी सुभाष इंडोर स्टेडियम में पार्षदों, वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई . उन्होंने स्टेज पर प्रेजेंटेशन देते हुए उन मतदाताओं का ब्योरा निर्वाचन आयोग की वेबसाइट से
निकाल कर दिखाया, जिनके एपिक नंबर ( यानी मतदाता पहचान कार्ड में दिया गया नंबर) एक है, मगर वह देश के अलग-अलग हिस्सों में रहते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने बड़े पैमाने पर गुजरात, यूपी, बिहार, हरियाणा और राजस्थान से पश्चिम बंगाल में मतदान करने के लिए लोगों की फौज तैयार की है. ममता बनर्जी ने कहा पश्चिम बंगाल के मतदाताओं को दिए गए एपिक नंबरों पर दूसरे प्रदेशों के मतदाताओं के नाम है. ममता बनर्जी ने आरोप लगाया, ” ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि बंगाल के लोगों को मताधिकार से वंचित किया जा सके. उन्होंने आगे कहा, ” उसी तरह मुर्शिदाबाद के कई मतदाताओं के नाम 24 परगना जिले की मतदाता सूची में पाए गए हैं. इस बीच अमित मालवीय ( भाजपा ) ने निर्वाचन आयोग के दफ्तर से बाहर निकलने के बाद पत्रकारों से कहा, ” कुछ वोटर ऐसे हैं जो अन्य प्रदेशों में भी रजिस्टर्ड है और पश्चिम बंगाल में भी रजिस्टर्ड है . इन सभी वोटरों की जानकारी हमने इलेक्शन कमीशन को दे दी है. हमने कहा है कि वो मतदाता सूची की जांच करें या इसका ऑडिट करें ताकि पश्चिम बंगाल में हिंसा मुक्त चुनाव हो सके. ” उधर, तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता तथा अधिवक्ता जयप्रकाश मजूमदार कहते हैं कि अगर बीजेपी भी मतदाता सूची की गड़बड़ियों की जांच की मांग कर रही है, तो उनका दल इसका स्वागत करता है .

संसद में भी उठा मुद्दा, विपक्ष की ओर से चर्चा की मांग

किस मामले को संसद के मौजूदा सत्र में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और दूसरे विपक्षी दलों ने भी हर प्रदेश में” मतदाता सूची में गड़बड़ी” के आरोप लगाए हैं. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, ” वोटर लिस्ट पर सवाल उठ रहे हैं. हर विपक्षी दल के शासित प्रदेश में और महाराष्ट्र में… ब्लैक एंड व्हाइट… वोटर लिस्ट पर सवाल उठे हैं… पूरा विपक्ष मिलकर सिर्फ यह कह रहा है कि वोटर लिस्ट पर यहां ( लोकसभा )में
डिस्कशन हो जाए. “