विधानसभा में चंपई सोरेन नेविश्वास मत हासिल किया, पक्ष में पड़े 47 वोट, विपक्ष में 29 मत.

झारखंड में सियासी हलचल के बीच मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर अपनी अग्नि परीक्षा में सफलता हासिल की. विश्वास मत प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने राजभवन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि देश में पहली बार ऐसा हुआ, जब किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी राजभवन में हुई. चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने भी केंद्रीय जांच एजेंसी का दुरुपयोग कर हेमंत सोरेन को फंसाने का आरोप लगाया. वहीं, बीजेपी- आजसू पार्टी की तरफ से विश्वास मत प्रस्ताव का विरोध किया गया .

हैदराबाद से तेलंगाना ब्यूरो प्रमुख देहाती विश्वनाथ की यह खास रिपोर्ट.

रांची/हैदराबाद,5 फरवरी, 2024. झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने आज यानि सोमवार को विधानसभा में बहुमत हासिल कर लिया है. विधानसभा के विशेष सत्र में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की ओर से विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया गया . 82 सदस्यीय विधानसभा में गांडेय विधानसभा सीट से झामुमो विधायक सरफराज अहमद के त्यागपत्र के कारण एवं बीजेपी के इंद्रजीत महतो विधानसभा नहीं पहुंच पाए. खबर है कि घाटशिला के झामुमो विधायक रामदास सोरेन किडनी की समस्या के कारण दिल्ली स्थित एक अस्पताल में भर्ती हैं वहीं भाजपा विधायक इंद्रजीत महतो लंबे समय से हैदराबाद के एक अस्पताल में इलाजरत हैं. विश्वास मत प्रस्ताव के पक्ष में 47 वोट प्राप्त हुए, जबकि विरोध में 29 मत मिले. ऐसा विधानसभा सूत्रों ने जानकारी दी है.

खाता-वही नहीं, साजिश के तहत हेमंत सोरेन को फंसाया

विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश करते हुए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर हेमंत सोरेन को फंसाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि ईडी ने हेमंत सोरेन को उसे मामले में गिरफ्तार किया है, जिसका कोई खाता – बही नहीं है. जबकि भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही का ईडी ने 7 करोड रुपए की संपत्ति जब्त की, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही.

मेरी गिरफ्तारी में राजभवन भी शामिल : हेमंत

मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी बात सदन में रखते हुए बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए . हेमंत सोरेन 31 जनवरी की रात को काली रात बताते हुए कहा कि देश के लोकतांत्रिक इतिहास में एक काला अध्याय बन गया. उन्होंने कहा कि 31 जनवरी की रात को देश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री या पूर्व मुख्यमंत्री या किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी राज भवन में हुई . पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया कि उनकी गिरफ्तारी में राजभवन भी शामिल रहा है.