हैदराबाद से समाचार संपादक देहाती विश्वनाथ की यह विशेष रिपोर्ट
म्यांमार में भारतीय समय के मुताबिक, 11:52 पर पहले जलजला आया और फिर 12 बजे के बाद दूसरा झटका लगा. दोनों बार तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7 से अधिक थी, जो विनाशकारी माना जाता है.

यांगून / हनोई / बैंकॉक/ हैदराबाद, 29 मार्च, 2025. भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में भूकंप के बाद तबाही का मंजर, खून की किल्ल्त से हाहाकार मचा है. जानकारी के मुताबिक, बड़े पैमाने पर धन हानि की आशंका है. सूत्र बताते हैं कि थाईलैंड में भी इमारतें भरभराकर गिर गई और बड़ी संख्या में लोग अभी भी मलबे में दबे हुए हैं. खबर यह भी है कि लापता है, जिनकी तलाश के लिए अभियान चल रहा है. म्यांमार में भूकंप के बाद तबाही ने टुडे म्यांमार को हिला डाला और पल भर में ऊंची इमारतें जमींदोज हो गई. यहां एक मस्जिद के ढह जाने से कम से कम दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा यहां एक यूनिवर्सिटी में भूकंप के बाद आग लग जाने की भी खबर है . मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, म्यांमार के सागाइंग यह 16 किमी उत्तर पश्चिम में आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पर 7.7 आंकी गई है. भूकंप का केंद्र 22.01 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 95.92 डिग्री पूर्वी देशांतर पर सतह से 10.0 किमी की गहराई में था. भूकंप के कारण मांडले पैलेस के किले सहित कुछ इमारतों को भारी नुकसान हुआ है. मांडले इलाके में कई इमारतें मिट्टी में मिल गई है, जबकि मांडले और यांगून को जोड़ने वाली कई सड़कें क्षतिग्रस्त या अवरुद्ध हो गई, जिससे परिवहन बाधित हुआ. भूकंप के बाद लाओस की राजधानी वियनतियाने, थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक और वियतनाम की राजधानी हनोई में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. इस बीच थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनावात्रा ने भूकंप के बाद बैंकॉक में इमरजेंसी की घोषणा कर दी है. सूत्र बताते हैं कि म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप से भारी तबाही का मंजर में अब तक1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो जाने की आशंका है. वहीं 1500 से अधिक लोग घायल है और सैकड़ो लोग अब भी लापता है. म्यांमार और थाईलैंड के कई इलाकों में अभी भी अफरा – तफरी का माहौल देखने को मिल रहा है. चेतावनी और सायरन की आवाज पुर मध्य बैंकॉक में गूंज उठी. एलिवेटेड रैपिड ट्रांजिट सिस्टम को बंद कर दिया गया है. इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने दुख जताया है और दोनों राष्ट्रों के शीर्ष नेतृत्व से बात की है एवं हर संभव मदद पहुंचाने की बात कही है .