हैदराबाद से समाचार संपादक देहाती विश्वनाथ की यह खास रिपोर्ट

प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रस्तावित कानून की आलोचना करते हुए बोर्ड के सदस्य मोहम्मद अदीब ने दावा किया कि यह मुस्लिम समुदाय की संपत्तियों को जब्त करने का प्रयास है. उन्होंने कहा इसे इस सोच से शुरू किया है कि वे हमारी संपत्ति छीन सकते हैं. क्या इसे स्वीकार किया जा सकता है? यह मत सोचिए कि हम पराजित हो गए हैं. उन्होंने कहा कि यह तो शुरुआत है.
नई दिल्ली/ हैदराबाद, 3 अप्रैल, 2025 – ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि वह वक्फ ( संशोधन) विधेयक को अदालत में चुनौती देगा और समुदाय के अधिकारों को खतरे में डालने वाले इस काले कानून के खिलाफ लड़ाई को सड़कों पर लेकर जाएगा.
प्रस्तावित कानून की आलोचना की
प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रस्तावित कानून की आलोचना करते हुए बोर्ड के सदस्य मोहम्मद अदीब ने दावा किया कि यह मुस्लिम समुदाय की संपत्तियों को जब्त करने का प्रयास है. उन्होंने कहा, यह इस सोच से शुरू किया है कि वे हमारी संपत्ति छीन सकते हैं. क्या इसे स्वीकार किया जा सकता है? यह मत सोचिए कि हम पराजित हो गए हैं.
कानून भारत के ताने-बाने को खतरे में डालता है.
उन्होंने कहा कि यह तो शुरुआत है. संयुक्त संसदीय समिति में विचार विमर्श के दौरान बिल का विरोध किया गया. यह देश को बचाने की लड़ाई है. क्योंकि प्रस्तावित कानून भारत के ताने बाने को खतरे में डालता है.
बिल को वापस लेने तक बोर्ड चैन से नहीं बैठेगा
मोहम्मद अदीब ने सभी जागरूक नागरिकों से अनुरोध किया कि वे बिल का विरोध करें और इसका कानूनी एवं सार्वजनिक प्रदर्शन के जरिए विरोध करने की बोर्ड की प्रतिबद्धता को दोहराया. साथ ही कहा कि बिल को वापस लेने तक बोर्ड चैन से नहीं बैठेगा.
विपक्ष ने वक्फ संशोधन बिल को बताया संविधान पर हमला
वक्फ संशोधन बिल के कई प्रावधानों का विरोध करते हुए विपक्षी गठबंधन ” इंडिया” ने लोकसभा में सरकार के खिलाफ एकजुट होकर ‘ आवाज’ उठाई. इस विधेयक का नया नाम ” उम्मीद”( यूनिफाइड वक्फ मैनेजमेंट एंपावरमेंट, एफिशिएंसी एंड डेवलपमेंट एक्ट ) देने पर विपक्षी दलों ने इसे अल्पसंख्यक मुस्लिम समाज के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करार दिया और कहा कि यह सीधे तौर पर संविधान पर आक्रमण है. इंडिया गठबंधन की ओर से सबसे पहले हमले का मोर्चा खोलते हुए विपक्षी दल कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह संविधान को कमजोर करने, अल्पसंख्यकों को बदनाम करने और उनके अधिकारों से वंचित करने के उद्देश्य से यह बिल लेकर आई है.
भारत की धर्मनिरपेक्ष छवि को नुकसान पहुंचाएगा – अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि यह विधेयक समाज को विभाजित कर भाईचारा खत्म करने का प्रयास है . समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा का यह वक्फ विधेयक विभाजनकारी एजेंडे का हिस्सा है, जो भारत की धर्मनिरपेक्ष छवि को नुकसान पहुंचाएगा .
ओवैसी फाड़ी वक्फ संशोधन बिल की कॉपी, बोले — यह असंवैधानिक है.
एआइएमआइएम के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में अपने भाषण के दौरान वक्फ संशोधन विधेयक की कॉपी फाड़ दी. हैदराबाद से सांसद ओवैसी महात्मा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि गांधी की तरह मैं भी इस कानून को फाड़ रहा हूं. यह असंवैधानिक है. भाजपा इस देश में मंदिर और मस्जिद के नाम पर विभाजन पैदा करना चाहती है.